किसानी करते हैं तो सरकार ने इस मद में भेजे हैं 1 लाख करोड़ रुपये, जल्द चेक करें अपना बैंक खाता
PM Kisan in news प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की शुरुआत फरवरी 2016 में की गई थी और इसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसलों के नुकसान से पीड़ित किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अब किसानों को घर बैठे फसल बीमा पालिसी मिलेगी। आगामी खरीफ सीजन से शुरू होने वाली इस योजना का नाम 'मेरी पालिसी, मेरे हाथ' रखा गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की शुरुआत फरवरी, 2016 में की गई थी और इसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसलों के नुकसान से पीड़ित किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
क्या है मेरी पॉलिसी मेरे हाथ का फोकस
सभी किसान पीएमएफबीवाई के तहत सरकार की नीतियों, भूमि रिकॉर्ड, दावे की प्रक्रिया और शिकायत निवारण के बारे में सभी जानकारी से अच्छी तरह से वाकिफ हो जाएं।
36 करोड़ से अधिक किसान आवेदकों का बीमा
कृषि मंत्रालय के अनुसार योजना के तहत अब तक 36 करोड़ से अधिक किसान आवेदकों का बीमा किया गया है और इस साल 4 फरवरी तक 1,07,059 करोड़ रुपये से अधिक दावों का भुगतान किया जा चुका है। फसल बीमा योजना कमजोर किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में सफल रही है, क्योंकि इसके तहत नामांकित लगभग 85 प्रतिशत आवेदक छोटे और सीमांत किसान हैं।
किसान को 72 घंटे के भीतर फसल बीमा एप पर करनी होगी रिपोर्ट
वर्ष 2020 में बीमा योजना में कुछ सुधार किए गए। इसके तहत अगर प्राकृतिक आपदा से फसल को नुकसान पहुंचता है तो किसान को 72 घंटे के भीतर इसकी रिपोर्ट फसल बीमा एप, सीएससी या निकटतम कृषि अधिकारी के माध्यम से देनी होती है।
बजट भाषण में फसल बीमा के लिए ड्रोन के उपयोग की घोषणा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी वित्त वर्ष यानी 2022-23 के लिए अपने बजट भाषण में फसल बीमा के लिए ड्रोन के उपयोग की घोषणा की है। इससे योजना के सुचारू क्रियान्वयन का भरोसा बढ़ा है। फसल बीमा योजना सबसे कमजोर किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में कामयाब रही है क्योंकि इस योजना में नामांकित लगभग 85 प्रतिशत किसान छोटे और सीमांत किसान हैं।