इक्रा का अनुमान: चौथी तिमाही में 2 फीसदी रहेगी GDP की वृद्धि दर, 2020-21 में होगी गिरावट

घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा का अनुमान

Update: 2021-05-24 10:57 GMT

घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा का अनुमान है कि बीते वित्त वर्ष यानी 2020-21 की चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर दो फीसदी रहेगी। वहीं सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) की दृष्टि से यह तीन फीसदी रहेगी। इसका मतलब है कि 2020-21 में अर्थव्यवस्था में गिरावट 10 फीसदी से कम रहेगी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) का अनुमान है कि बीते वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट आएगी।

पिछले वित्त वर्ष में 8.45 फीसदी गिरावट का अनुमान
इक्रा का अनुमान है कि बीते पूरे वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 8.45 फीसदी की गिरावट आएगी। इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर का कहना है कि मार्च तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर दो फीसदी रहेगी। यह दिसंबर तिमाही के 0.40 फीसदी की तुलना में अधिक है।
तीन फीसदी रहेगी जीवीए की वृद्धि दर
एजेंसी का अनुमान है कि चौथी तिमाही में जीवीए की वृद्धि दर तीन फीसदी रहेगी। तीसरी तिमाही में यह एक फीसदी रही थी। ऐसे में अर्थव्यवस्था में पूरे वित्त वर्ष में दो अंकीय गिरावट दर्ज नहीं आएगी। एनएसओ ने ऐसा अनुमान लगाया है।
नायर ने कहा कि, 'हमारा अनुमान है कि चौथी तिमाही में जीवीए की वृद्धि दर जीडीपी की वृद्धि से अधिक रहेगी। हमारा मानना है कि चौथी तिमाही में जीवीए का प्रदर्शन अर्थव्यवस्था में सुधार का अर्थपूर्ण संकेतक होगा।'
24 घंटे में मिले 2.22 लाख से ज्यादा कोविड केस
मालूम हो कि देशभर में एक दिन में कोविड-19 के 2,22,315 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,67,52,447 हो गई। हालांकि, पिछले 38 दिनों में एक दिन में सामने आए संक्रमण के ये सबसे कम नए मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार (24 मई) को बताया कि इससे पहले देश में 16 अप्रैल को 24 घंटे में 2,17,353 नए मामले सामने आए थे। वहीं, कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या तीन लाख के पार पहुंच गई है.


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