2022 में हुंडई और किआ नए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लॉन्च कर EV युग को देंगे बढ़ावा
भारत समेत पूरे विश्व में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। ऐसे में ऑटो इंडस्ट्री का पूरा ध्यान इलेक्ट्रिक वाहनों को बनानेपर है।
भारत समेत पूरे विश्व में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। ऐसे में ऑटो इंडस्ट्री का पूरा ध्यान इलेक्ट्रिक वाहनों को बनानेपर है। हुंडई मोटर ग्रुप और किआ समेत कई कार निर्माता कंपनियां अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को 2021 में ही लॉन्च कर चुकी हैं। अब इन कंपनियों की रणनीति 2022 में अपने अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को गति देगा।
इंडस्ट्री के अनुसार 31 तारीख को हुंडई मोटर ग्रुप मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर अपना व्यवसाय केंद्रित करेगा। इसने अपने ईवी बिक्री लक्ष्य को 2025 में 1 मिलियन यूनिट से बढ़ाकर 2026 में 1.7 मिलियन यूनिट कर दिया है और पुनर्गठन और निवेश में भी तेजी ला रहा है। 17 तारीख को हुंडई मोटर ने रिसर्च और डेवलेपमेंट मुख्यालय में अपने इंजन डेवलपमेंट सेंटर को हटा दिया और विद्युतीकरण पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया।
हुंडई ने पावरट्रेन डिवीजन का नाम बदलकर विद्युतीकरण डिवीजन कर दिया और बैटरी डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना की। इंजन विकास केंद्र को खत्म करने की बजाय इसे विद्युतीकरण विभाग के अधीन कर देगा। हुंडई मोटर ने इंजन विकास केंद्र के तहत टीमों को रिसर्च एंड डेवलपमेंट केंद्र में विभिन्न संगठनों को इंजनों पर डेवलपमेंट जारी रखने के लिए स्थानांतरित कर दिया। हुंडई मोटर ग्रुप के एक अधिकारी ने कहा कि यह विद्युतीकरण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक पुनर्गठन है।
हुंडई मोटर ग्रुप भी आईटी कर्मियों की भर्ती में तेजी ला रहा है। हुंडई मोटर ग्रुप ने हाल ही में बड़ी संख्या में ऑईटी कर्मियों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ऑटोनॉमस ड्राइविंग, बिग डेटा, और कनेक्टेड कारों को अधिकारियों को बढ़ावा दिया है। कंपनी के अध्यक्ष चुंग यूई-सन ने पहले घोषणा की कि वह अगले तीन वर्षों में 46,000 से अधिक लोगों को नियुक्त करेंगे और आईटी कर्मचारियों के महत्व पर बल दिया।
ऑटो इंडस्ट्री को उम्मीद है कि हुंडई मोटर ग्रुप उत्पादन श्रमिकों की भर्ती को कम करेगा और सक्रिय रूप से रिसर्च एंड डेवलपमेंट श्रमिकों को काम पर रखेगा, क्योंकि आंतरिक दहन इंजन मॉडल धीरे-धीरे बंद हो जाएंगे।