क्लीन एनर्जी की दिशा में बड़ा कदम, राजधानी दिल्ली में चलेंगी हाइड्रोजन-CNG बसें
देश में पहली बार राजधानीदिल्ली में हाइड्रोजन-सीएनजी (एच-सीएनजी) से चलती हुई बसें दिखेंगी। इन बसों से किसी कम क्षमता वाले बीएस-6 इंजन जितना ही उत्सर्जन होगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| नई दिल्ली, देश में पहली बार राजधानीदिल्ली में हाइड्रोजन-सीएनजी (एच-सीएनजी) से चलती हुई बसें दिखेंगी। इन बसों से किसी कम क्षमता वाले बीएस-6 इंजन जितना ही उत्सर्जन होगा। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को ऐसी 50 बसों का परीक्षण आधिकारिक तौर पर किया। इस बारे में प्रधान ने कहा कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के शोध-विकास केंद्र ने एच-सीएनजी प्रसंस्करण करने की एक सुगठित प्रौद्योगिकी विकसित की है। कंपनी के पास प्राकृतिक गैस से सीधे एच-सीएनजी निकालने की इस प्रक्रिया का पेटेंट है।
18 पर्सेंट हाइड्रोजन मिला होगा
प्रधान ने कहा कि कम उत्सर्जन करने के साथ ही एच-सीएनजी बेहतर माइलेज भी देती है। इंडियन ऑयल के बयान के मुताबिक एच-सीएनजी में संपीडित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) में 18 प्रतिशत हाइड्रोजन को मिलाया जाता है। इस तरह यह 70 प्रतिशत कम कार्बन मोनो ऑक्साइड उत्सर्जन करता है। वहीं बीएस-4 मानक वाले भारी वाहन सीएनजी इंजनों के मुकाबले 25 प्रतिशत कम उत्सर्जन करता है।
माइलेज में भी इजाफा होता है
इसके अलावा यह ईंधन से मिलने वाले माइलेज को चार से पांच प्रतिशत भी बढ़ाता है। प्रधान ने कहा कि एच-सीएनजी से राजधानी में 50 बीएस-4 सीएनजी बसों को चलाया जाएगा। स्वच्छ और भरोसेमंद ईंधन की आपूर्ति करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि देश को गैस-आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए चार लाख करोड़ रुपये तक का निवेश किया जा रहा है।