मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में बुधवार के कारोबारी सत्र में चौतरफा गिरावट देखी जा रही है। बाजार के करीब सभी सूचकांकों में लाल निशान में कारोबार हो रहा है। दोपहर 1 बजे तक सेंसेक्स 697 अंक या 0.76 प्रतिशत गिरकर 77,977 और निफ्टी 219 अंक या 0.90 प्रतिशत गिरकर 23,668 पर था।
बाजार का रुझान भी नकारात्मक बना हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 289 शेयर हरे और 2,163 शेयर लाल निशान में थे। गिरावट का सबसे ज्यादा असर छोटे और मझोले शेयरों पर देखा जा रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,158 अंक या 2.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,099 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 426 अंक या 2.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,566 पर था।
बाजार में उतार-चढ़ाव दर्शाने वाले इंडेक्स इंडिया विक्स में 4.73 प्रतिशत बढ़कर 15.28 पर था। एनएसई के करीब सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में थे। ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, मेटल, रिल्यटी, इन्फ्रा और पीएसई में सबसे ज्यादा गिरावट थी।
सेंसेक्स के 30 में से 27 शेयर लाल निशान में थे। टाटा स्टील, एमएंडएम, जेएसडब्ल्यू स्टील, टीसीएस, नेस्ले, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और बजाज फिनसर्व टॉप लूजर्स थे। एनटीपीसी, टाटा मोटर्स और टाइटन ही हरे निशान में कारोबार कर रहे थे।
चॉइस ब्रोकिंग के अनुसार, निफ्टी में लगातार गिरावट का ट्रेंड जारी है और इस कारण सेंटीमेंट भी नकारात्मक बना हुआ है। मौजूदा स्तरों को देखते हुए निफ्टी में 23,650 एक बेहद अहम सपोर्ट होने वाला है और अगर यह टूटता है तो 23, 400 के भी स्तर देखने को मिल सकते हैं। ऊपरी स्तरों पर 24,200 एक बड़ी रुकावट का स्तर है। आगे कहा कि बैंक निफ्टी में 50,500 और 50,000 का स्तर एक अहम सपोर्ट है। अगर यह 52,400 के ऊपर निकलता है तो 52,800 और 53,000 के स्तर तक जा सकता है।