कैंसर कवरेज के लिए हेल्थ इंश्योरेंस, LIC का ये प्लान है काफी फायदेमंद

हेल्थ इंश्योरेंस

Update: 2021-04-07 14:53 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क:  नई दिल्ली: आज के दौर में हेल्थ इंश्योरेंस काफी मायने रखता है. कब, कौनसी बीमारी लग जाए, कहा नहीं जा सकता है. इनमें कैंसर को एक बड़ी बीमारी के तौर पर देखा जाता है, जिसके इलाज के लिए लाखों रुपये तक लग जाते हैं. ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस के माध्यम से कैंसर के इलाज में होने वाले खर्च में थोड़ी राहत हासिल की जा सकती है. मार्केट में कैंसर के लिए अलग से हेल्थ इंश्योरेंस प्लान भी मौजूद है.

एलआईसी के जरिए कैंसर की कवरेज के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्लान मुहैया करवाया गया है. इस प्लान का नाम कैंसर कवर (905) है. लोगों को इस प्लान के तहत कैंसर की कवरेज आसानी से मिल जाती है. इस प्लान के तहत सालाना या अर्धवार्षिक आधार पर प्रीमियम भुगतान किया जा सकता है.
जरूरी शर्तें
एलआईसी के इस प्लान को 20 साल की उम्र से लेकर 65 साल की उम्र तक के लोग ले सकते हैं. इस पॉलिसी का न्यूनतम टर्म 10 साल है तो वहीं अधिकतम टर्म 30 साल है. वहीं कैंसर कवर के इस प्लान में एलआईसी ने सम एश्योर्ड भी निर्धारित की हुई है. इस प्लान के तहत न्यूनतम सम एश्योर्ड 10 लाख रुपये तो वहीं अधिकतम सम एश्योर्ड 50 लाख रुपये है.
यह गैर-लिंक्ड, नियमित प्रीमियम भुगतान स्वास्थ्य बीमा योजना है जो कुछ निश्चित नियमों और शर्तों के अधीन पॉलिसी अवधि के दौरान निर्दिष्ट प्रारंभिक या प्रमुख चरण के कैंसर के मामले में निश्चित लाभ प्रदान करता है. इस प्लान के तहत दो तरह के विकल्प हैं जिनसे लाभ हासिल किए जा सकते हैं. इन दो विकल्पों में से एक को प्लान को शुरू करते वक्त चुना जाना जरूरी है.
ये हैं विकल्प
पहले विकल्प के तहत मूल बीमित राशि पूरी अवधि के दौरान एक जैसी रहेगी. इसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा. इसके अलावा भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम की राशि भी समान रहेगी. वहीं दूसरे विकल्प के तहत पहले पांच सालों तक सम एश्योर्ड में या निर्दिष्ट कैंसर के निदान तक बीमित राशि में 10% का इजाफा होगा. वहीं इसके प्रीमियम में भी बदलाव होगा.
इनमें मिलेगी मदद
50 साल की उम्र या अधितकम 75 साल की उम्र में ये पॉलिसी खत्म होगी. वहीं इस पॉलिसी पर कोई लोन नहीं मिलता और न ही इस प्लान की कोई सरेंडर वैल्यू है. सभी मोड के लिए इस प्लान के तहत 2400 रुपये न्यूनतम प्रीमियम है. इस प्लान के तहत आंन्कोलॉजिकल प्रक्रिया, सर्जरी, अस्पताल में भर्ती, विकिरण, कीमोथेरेपी, कैंसर के लिए दवा, पीईटी स्कैन आदि की लागत से बचाने में मदद मिलेगी.
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