हरियाणा सरकार डबल करने में 'मीठी क्रांति' का लेगी सहारा
हरियाणा सरकार ने मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने का फैसला किया है
किसानों की आय डबल करने वाले लक्ष्य को पूरा करने के लिए हरियाणा सरकार ने मधुमक्खी पालन (Bee farming) को बढ़ावा देने का फैसला किया है. कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में मीठी क्रांति (Sweet Revolution) का जिक्र किया था. भारत ने विश्व के पांच सबसे बड़े शहद उत्पादक (Honey Producer) देशों में शामिल हो चुका है. ऐसे में अब राज्यों को इस क्षेत्र में कमाई का अच्छा स्कोप दिख रहा है. इसलिए हरियाणा सरकार ने अधिकारियों को 2030 तक शहद उत्पादन 10 गुना तक बढ़ाने का लक्ष्य दिया है.
हरियाणा सरकार ने मधुमक्खी पालन नीति-2021 और कार्ययोजना 2021-2030 की शुरुआत की है. सीएम ने अधिकारियों से किसानों को मधुमक्खी पालन शुरू करने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही, पहली बार मधुमक्खी पालन की पहल को अपनाने के लिए 5000 नए किसानों को प्रेरित करने का लक्ष्य दिया गया है. इसके लिए राज्य सरकार किसानों को सहायता प्रदान करेगी
सरसों की बुवाई के लिए दिया जोर
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने मधुमक्खी पालन के साथ-साथ किसानों को सूरजमुखी और सरसों (Mustard) जैसी वैकल्पिक फसलों की बुवाई के लिए भी प्रोत्साहित करने पर बल दिया. कहा कि शहद और इसके उत्पादों जैसे रॉयल जेली, बीवैक्स, प्रोपोलिस, मधुमक्खी पराग और मधुमक्खी विष की बिक्री से किसानों की आय (Farmers Income) कई गुना बढ़ जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि मधुमक्खी पालन के माध्यम से अपनी आय बढ़ाने में मदद करने के लिए छोटे किसानों पर अधिक ध्यान केंद्रित करना सुनिश्चित करें.
मधुमक्खी बक्सों के निर्माण का व्यवसाय
मुख्यमंत्री ने कहा कि निजी उद्यमियों को मधुमक्खी के बक्सों के निर्माण का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. विभाग इन बक्सों की गुणवत्ता की निगरानी करे. कृषि विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि यदि हम मधुमक्खी पालन के उत्पादों पर ध्यान देंगे तो किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी. एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र (आईबीडीसी), रामनगर, कुरुक्षेत्र एक अनूठा संस्थान है और हमारा लक्ष्य इसे उत्कृष्टता केंद्र बनाना है.
शहद उत्पादन में सातवें स्थान पर है हरियाणा
बागवानी विभाग के महानिदेशक डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने हरियाणा मधुमक्खी पालन नीति-2021 और कार्य योजना 2021-2030 पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया. प्रस्तुतिकरण के दौरान उन्होंने बताया कि हरियाणा देश में शहद उत्पादन में सातवें स्थान पर है. हरियाणा में 4800 मीट्रिक टन शहद का उत्पादन होता है. वर्ष 2019-2020 में देश में लगभग 1 लाख मीट्रिक टन शहद का उत्पादन हुआ.
देश में उत्पादित शहद का 60 प्रतिशत, जिसकी कीमत 600 करोड़ रुपये है, का निर्यात किया जाता है. मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की जाएगी, जिसके अंतर्गत हनी ट्रेड सेंटर, विलेज ऑफ एक्सीलेंस, टेस्टिंग लैब आदि की स्थापना की जाएगी.डबल करने में 'मीठी क्रांति' का सहारा लेगी हरियाणा सरकार