जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नई दिल्ली, 01 जुलाई (हि.स.)। अर्थव्यवस्था के र्मोचे पर अच्छी खबर है। जून महीने में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 56 फीसदी बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है। जीएसटी के पांच साल पूरा होने के अवसर पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
वित्त मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक जून, 2022 में जीएसटी राजस्व संग्रह एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 56 फीसदी बढ़कर करीब 1,44,616 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि मई, 2022 में जीएसटी राजस्व का संग्रह 140885 करोड़ रुपये रहा था।
जीएसटी व्यवस्था लागू होने के बाद से अबतक का ये दूसरा सबसे ज्यादा राजस्व का संग्रह है। इससे पहले इसी साल अप्रैल महीने में जीएसटी संग्रह 1.68 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर रहा था।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक जून महीने के 1,44,616 करोड़ रुपये के जीएसटी राजस्व संग्रह में केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) का हिस्सा 25,306 करोड़ रुपये रहा। राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) का संग्रह 32,406 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) का संग्रह 75,887 करोड़ रुपये रहा। इसके अलावा 11,018 करोड़ रुपये का सेस यानी उपकर भी जुटाया गया है। दरअसल, मार्च, 2022 से यह लगातार चौथा महीना है, जब जीएसटी संग्रह 1.40 लाख करोड़ रुपये के पार रहा है।
उल्लेखनीय है कि जून, 2022 के लिए जीएसटी राजस्व संग्रह जून, 2021 की तुलना में 56 फीसदी बढ़ गया है। दरअसल, एक साल पहले की समान अवधि जीएसटी राजस्व 92,800 करोड़ रुपये रहा था। देश में 'वन नेशन वन टैक्स' जीएसटी व्यवस्था जुलाई, 2017 में लागू होने के बाद से यह पांचवां मौका है, जब मासिक जीएसटी राजस्व संग्रह 1.40 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है।