भारत में जल्द दौड़ेगी ग्रीनसेल मोबिलिटी की इलेक्ट्रिक बसें, जानें क्या है कंपनी का प्लान

बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों को देखते हुए कई कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन बना रही है। इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट व्हीकल बनाने की दिशा में ग्रीनसेल मोबिलिटी काम कर रही है। इन इलेक्ट्रिक इंटरसिटी बसों के आने से ना सिर्फ नासिर यात्रियों को सहूलियत होगी बल्कि पर्यावरण प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी।

Update: 2022-04-22 03:20 GMT

 बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों को देखते हुए कई कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन बना रही है। इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट व्हीकल बनाने की दिशा में ग्रीनसेल मोबिलिटी काम कर रही है। इन इलेक्ट्रिक इंटरसिटी बसों के आने से ना सिर्फ नासिर यात्रियों को सहूलियत होगी बल्कि पर्यावरण प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी। कंपनी सौर्य ऊर्जा से वाहनों को दौड़ाने की दिशा में काम कर रही है। ग्रीनसेल मोबिलिटी ने आज गुरुवार को पहले देशव्‍यापी अंतर्शहरी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कोच ब्राण्‍ड 'न्‍युगो' का अनावरण किया।

ग्रीनसेल मोबिलिटी ने आज शहर में पहले देशव्‍यापी इंटरसिटी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कोच ब्राण्‍ड के ब्राण्‍ड नेम की घोषणा की है। 'न्‍युगो' नये जमाने के यात्री पर लक्षित है और भारत का पहला इंटरसिटी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी बस ब्राण्‍ड है, जिसकी शुरूआती योजना 24 शहरों में सेवा प्रदान करने की है।

कंपनी ने दक्षिण, उत्‍तर और पश्चिम भारत में महत्‍वपूर्ण अंतर्शहरी मार्गों पर 750 प्रीमियम एसी ई-बसें शुरू करने की अपनी योजनाओं की घोषणा की है। यह बसें 75 से ज्‍यादा शहरों में कवरेज के साथ महत्‍वपूर्ण ट्रांजिट मार्गों को कवर करेंगी।

कंपनी की 100 इलेक्ट्रिक बसें मध्‍यप्रदेश के विभिन्‍न शहरों से गुजरेंगी और 200 इलेक्ट्रिक बसें दिल्‍ली एनसीआर में चलेंगी। बस सेवाओं की पेशकश देश के प्रमुख शहरों में उपलब्‍ध होगी। यह बसें अपने जीवनकाल में CO2 के कुल मिलाकर 56,154 टन उत्‍सर्जन से बचाएंगी और कंपनी के द्वारा 4,125 नई नौकरियों का सृजन होगा। कंपनी अपनी पेशकश के माध्‍यम से परिचालन के पहले वर्ष में देश की 28,000 किलोमीटर सड़कों को इलेक्ट्रिफाई करेगी।

ग्रीनसेल मोबिलिटी को भारत के 25 शहरों में 900 इलेक्ट्रिक बसों के लिये प्रमुख राज्‍य परिवहन उपक्रमों से ठेके मिल चुके हैं, जिससे वह ई- मोबिलिटी के सेगमेंट में अग्रणी बी2जी कंपनी बन गई है। भारत में साझा सतह परिवहन के बाजार का कायाकल्‍प करते हुए ग्रीनसेल का सपना विश्‍व के सबसे प्रतिष्ठित ईमास (इलेक्ट्रिक मोबिलिटी एज ए सर्विस) प्‍लेटफॉर्म्‍स में से एक बनना है।

अपने ब्राण्‍ड वादे पर ग्रीनसेल मोबिलिटी के एमडी एवं सीईओ अशोक अग्रवाल ने कहा, "एक ब्राण्‍ड के तौर पर न्‍युगो भारत के वैश्विक नागरिकों की यात्रा के हर कदम में 'विश्‍व स्‍तरीय' अनुभव सुनिश्चित करते हुए उन्‍हें सेवा देने के लिये प्रतिबद्ध है। हमारे ब्राण्‍ड का वादा है बुकिंग का शानदार अनुभव देना, यात्रा की गुणवत्‍ता और केबिन के भीतर के अनुभव को बेजोड़ रखना और सुरक्षित तथा हरित राइड सुनिश्चित करना; हम ग्राहक के अनुभव को बेहतर बनाने के लिये हैं।"

भारत में इलेक्ट्रिक बसों को अपनाये जाने में बढ़ोतरी हुई है और राज्‍य सरकारों के साथ कई शहरों ने अपने बस-आधारित परिवहन तंत्र के विद्युतीकरण का सफर शुरू कर दिया है। इसे भारत सरकार की 'फास्‍टर एडोप्‍शन एंड मैन्‍यूफैक्‍चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्‍स इन इंडिया' (एफएएमई) फेज-2 स्‍कीम के कारण और भी गति मिली है।


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