सरकार ने धान, दो अन्य फसलों की बुवाई के आंकड़े जारी करना बंद किया
प्रमुख उत्पादक राज्यों में खराब बारिश के कारण मौजूदा खरीफ सीजन में धान की बुआई को लेकर चिंता के बीच केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने धान की बुवाई के कुल क्षेत्रफल का साप्ताहिक अपडेट जारी करना बंद कर दिया है।
नयी दिल्ली, प्रमुख उत्पादक राज्यों में खराब बारिश के कारण मौजूदा खरीफ सीजन में धान की बुआई को लेकर चिंता के बीच केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने धान की बुवाई के कुल क्षेत्रफल का साप्ताहिक अपडेट जारी करना बंद कर दिया है। धान ही नहीं, कपास और गन्ने की साप्ताहिक बुवाई का अपडेट लगातार दूसरे सप्ताह जारी नहीं किया गया है। संपर्क करने पर मंत्रालय के अधिकारी शुक्रवार को तीनों फसलों के आंकड़े जारी नहीं करने का कोई वाजिब कारण नहीं बता सके।
धान मुख्य खरीफ (गर्मी) फसल है और देश के कुल चावल उत्पादन का 80 प्रतिशत से अधिक इस मौसम के दौरान होता है। धान सहित खरीफ फसलों की बुवाई जून में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होती है। मंत्रालय आमतौर पर बुवाई शुरू होने के बाद हर शुक्रवार को सभी खरीफ फसलों के बुवाई के आंकड़े जारी करता है।
धान की बुआई पर मंत्रालय के पास इस खरीफ सीजन के 17 जुलाई तक का अंतिम उपलब्ध डेटा है। 17 जुलाई तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, अखिल भारतीय धान की बुवाई 17.4 प्रतिशत घटकर 128.50 लाख हेक्टेयर रह गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 155.53 लाख हेक्टेयर थी।