Good news: सोना खरीदने का ये सुनहरा मौका, जानिए 10 ग्राम के नए दाम
भारतीय रुपये में आई मज़बूती से घरेलू बाजार में सोने के दाम गिर गए है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| देश की राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोमवार को 10 ग्राम सोने 71 रुपये तक सस्ता हो गया. वहीं, इस दौरान चांदी के दाम 263 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ गए है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें और गिर सकती है क्योंकि शेयर बाजार में तेजी की वजह से निवेशकों का रुझान सोने की ओर से हट गया है.इसके अलावा दुनियाभर में वैक्सीनेशन बहुत तेज हो गया है. इसीलिए सोने में मुनाफा वसूली हो रही है. आने वाले दिनों में यहां से कीमतें 2000 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर सकती है.
सोने की नई कीमतें (Gold Price, 6 September 2021)
दिल्ली सर्राफा बाजार में 24 कैरेट यानी 99.9 फीसदी वाले सोने के दाम 71 रुपये गिरकर 46,503 रुपये पर आ गए है. वहीं, ठीक एक दिन पहले यानी शुक्रवार को सोने की कीमतें कारोबार के अंत में 46,574 पर बंद हुई थी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज सोने के दाम बढ़कर 1826 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गए है
चांदी की नई कीमतें (Silver Price, 6 September 2021)
सोने के उलट चांदी की कीमतों में तेजी का रुख बरकरार है.दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी का भाव 263 रुपये बढ़कर 64,168 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है. हालांकि, शुक्रवार को एक किलोग्राम चांदी का भाव 63,905 रुपये पर था. अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह भाव 24.78 डॉलर प्रति औंस पर रहा.
क्या है एक्सपर्ट की राय
एचडीएफसी सिक्योरिटीज, सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज), तपन पटेल के अनुसार, अमेरिकी डॉलर रिकवरी के कारण सोमवार को सोने की कीमतों में दो महीने के उच्च स्तर पर कारोबार हुआ. लेकिन रुपये की मजूबती के चलते घरेलू बाजार में दाम पर दबाव बढ़ गया है.
इस पर खरीदें ये खास सुनहरा पेपर
पेपर गोल्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका गोल्ड ईटीएफ खरीदना है. यह एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है, जो सोने की गिरते चढ़ते भावों पर आधारित होता है.
ईटीएफ बहुत अधिक कॉस्ट-इफेक्टिव होता है. एक गोल्ड ईटीएफ यूनिट का मतलब है कि 1 ग्राम सोना. वह भी पूरी तरह से प्योर.
यह गोल्ड में इन्वेस्टमेंट के साथ स्टॉक में इन्वेस्टमेंट की फ्लेक्सिबिलिटी देता है. गोल्ड ईटीएफ की खरीद और बिक्री शेयर की ही तरह बीएसई और एनएसई पर की जा सकती है.
शेयरों की तरह गोल्ड ईटीएफ यूनिट्स खरीद सकते हैं.फिजिकल गोल्ड के मुकाबले परचेजिंग चार्ज कम होता है.
100 फीसदी शुद्धता की गारंटी मिलती है.इसमें फिजिकल गोल्ड खरीदने और उसके रख रखाव का झंझट नहीं होता है.
लंबी अवधि में निवेश से अच्छा रिटर्न भी मिलता है.इसमें SIP के जरिए निवेश की सुविधा है.
शेयर बाजार में निवेश के मुकाबले गोल्ड ETF में निवेश कम उतार चढ़ाव वाला होता है.इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होने की वजह से गोल्ड ETF में प्योरिटी को लेकर कोई दिक्कत नहीं होती.गोल्ड ETF को डीमैट अकाउंट के जरिए ऑनलाइन खरीद सकते हैं.हाई लिक्विडिटी यानी आप जब चाहें इसे खरीद और बेच सकते हैं.
गोल्ड ETF की शुरुआत आप 1 ग्राम यानि 1 गोल्ड ETF से भी कर सकते हैं.टैक्स के मामले में फिजिकल गोल्ड से सस्ता है. गोल्ड ETF पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस चुकाना होता है.गोल्ड ETF को लोन लेने के लिए सिक्योरिटी के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.फिजिकल सोने पर आपको मेकिंग चार्ज चुकाना होता है. लेकिन गोल्ड ETF में ऐसा नहीं होता है.
निवेश के लिए कम से कम एक यूनिट खरीदना जरूरी. हर यूनिट 1 ग्राम की होती है. गोल्ड ईटीएफ की खरीददारी शेयरों की ही तरह होती है. मौजूदा ट्रेडिंग खाते से ही गोल्ड ईटीएफ खरीद सकते हैं. गोल्ड ईटीएफ की यूनिट डीमैट खाते में जमा होती है. ट्रेडिंग खाते के जरिए ही गोल्ड ईटीएफ को बेचा जाता है.