गुड न्यूज: नौकरी के मोर्चे पर औसतन 7.3 फीसदी की बढ़ोतरी संभव, यह कंपनी करेगी 200 नई हायरिंग
मामाअर्थ ब्रांड नाम से पर्सनल केयर उत्पादों की बिक्री करने वाली होंसा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड (HCPL) ने कहा है
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | मामाअर्थ ब्रांड नाम से पर्सनल केयर उत्पादों की बिक्री करने वाली होंसा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड (HCPL) ने कहा है कि इस साल 200 लोगों की भर्ती करेगी. कंपनी ने बताया कि टियर-1 और टियर-2 शहरों में उसके उत्पादों की बिक्री में अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है और ऑनलाइन कारोबार में तेजी से बढ़ा है. एचसीपीएल ने बताया कि इस साल उसकी आय बढ़कर 500 करोड़ रुपए से अधिक हो गई और निकट भविष्य में इसके दोगुना होने का अनुमान है.
कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ वरुण अलघ ने बताया, 'हम अभी 300 लोग हैं और इस साल के अंत तक हम 500 लोग होंगे. इनमें से 100 लोग ऑफलाइन खुदरा दल का हिस्सा होंगे, और शेष वृद्धि दल, डीटूसी दल, उपभोक्ता सेवा, विपणन दल और अन्य काम संभालेंगे.' उन्होंने बताया कि कंपनी ने चार साल में 500 करोड़ रुपए के कारोबार को हासिल किया है और कंपनी ने अब 1,000 करोड़ रुपए का लक्ष्य तय किया है.
औसतन 7.3 फीसदी की बढ़ोतरी संभव
वैसे भी इस साल नौकरी के मोर्चे पर अच्छी खबर आ रही है. इन्क्रीमेंट का इंतजार कर रहे कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है. महामारी के बाद कारोबारी गतिविधियों में उम्मीद से अधिक तेजी से सुधार और उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ने के चलते कंपनियां इस साल वेतन में बढ़ोतरी कर सकती हैं. एक फर्म ने बताया कि इस साल आपकी सैलरी में औसतन 7.3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. यह पिछले कुछ साल के मुकाबले सबसे बेहतर है.
कुछ कंपनियां डबल डिजिट में भी ग्रोथ देंगी
डेलॉयट टच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी (DTTILLP) द्वारा कार्यबल एवं वेतन बढ़ोतरी के रुझानों के लिए किए गए 2021 के पहले चरण के सर्वे में पाया गया कि इस साल वेतन में औसत बढ़ोतरी 2020 के 4.4 फीसदी से अधिक, लेकिन 2019 के 8.6 फीसदी से कम रहेगी. इस साल सर्वे में शामिल होने वाली 92 फीसदी कंपनियों ने वेतन बढ़ोतरी की बात कही, जबकि पिछले साल सिर्फ 60 फीसदी ने ऐसा कहा था. 20 फीसदी कंपनियों ने इस साल दो अंकों में वेतन बढ़ोतरी की योजना बनाई है, जबकि 2020 में यह आंकड़ा सिर्फ 12 फीसदी था. सर्वेक्षण के मुताबिक जिन कंपनियों ने पिछले साल वेतन बढ़ोतरी नहीं की थी, उनमें से एक-तिहाई इस साल अधिक बढ़ोतरी या बोनस के रूप में उसकी भरपाई करने की तैयारी कर रही हैं.