खुशखबरी, जनवरी में GST कलेक्शन 1.3 लाख करोड़ रुपये के पार

जनवरी महीने में सरकार को जीएसटी से 1,38,394 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. सरकारी आंकड़े के मुताबिक, पिछले साल जनवरी की तुलना में इस साल जनवरी में जीएसटी से 15 फीसदी ज्यादा है.

Update: 2022-02-01 05:23 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बजट (Budget 2022) पेश होने से पहले सरकार के लिए बड़ी खबर आई है. जनवरी 2021 में जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) 1.3 लाख करोड़ रुपये के पार हो गई है. जनवरी में जीएसटी (GST) से होने वाली कमाई में जबर्दस्त उछाल आया है. जनवरी महीने में सरकार को जीएसटी से 1,38,394 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. सरकारी आंकड़े के मुताबिक, पिछले साल जनवरी की तुलना में इस साल जनवरी में जीएसटी से 15 फीसदी ज्यादा है. जनवरी 2020 की तुलना में इसमें 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 30 जनवरी, 2022 तक दाखिल GSTR-3B रिटर्न की कुल संख्या 10.5 मिलियन है, जिसमें 3.6 मिलियन तिमाही रिटर्न शामिल हैं. अप्रैल 2021 के महीने में सबसे ज्यादा मासिक जीएसटी कलेक्शन 1.39 लाख करोड़ रुपये रहा है.

जनवरी चौथा महीना है जब माल और सेवा कर (GST) कलेक्शन 1.3 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है और लगातार सातवें महीने जब यह 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है. दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन 1.29 लाख करोड़ रुपये रहा था. वित्त मंत्रालय के मुताबिक, जनवरी 2021 के महीने के लिए राजस्व पिछले साल के इसी महीने में जीएसटी राजस्व से 15% अधिक और जनवरी 2020 में जीएसटी राजस्व से 25% ज्यादा है.
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2021 के महीने में कुल जीएसटी राजस्व 1,38,394 करोड़ रुपये है, जिसमें सीजीएसटी (CGST) 24,674 करोड़ रुपये, एसजीएसटी (SGST) 32,016 करोड़ रुपये, आईजीएसटी (IGST) 69,155 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर जुटाए गए 35,181 करोड़ रुपये सहित) और 35,181 करोड़ रुपये (माल के आयात पर जुटाए गए 517 करोड़ रुपये सहित) उपकर या सेस है.
महीने के दौरान माल के आयात से राजस्व 26 फीसदी अधिक था और घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से राजस्व की तुलना में 12 फीसदी अधिक था. दिसंबर 2021 में ई-वे बिलों (e-way bills) की संख्या में 17 फीसदी बढ़कर 6.7 करोड़ रही. नवंबर 2021 में कुल 5.8 करोड़ ई-वे बिल जनरेट हुए थे.
सरकार ने उठाए ये कदम
मंत्रालय ने कहा, आर्थिक सुधार के साथ, चोरी-रोधी गतिविधियों, विशेष रूप से नकली बिलर्स के खिलाफ कार्रवाई, जीएसटी को बढ़ाने में योगदान दे रही है. राजस्व में सुधार भी करेक्ट इवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर को ठीक करने के लिए काउंसिल द्वारा किए गए अलग-अलग रेट रेशनलाइजेशन उपायों के कारण हुआ है.
डेलॉयट इंडिया के पार्टनर एम एस मणि ने कहा कि यह कलेक्शन अब 1.4 लाख करोड़ रुपये मासिक के करीब पहुंच रहा है. वित्त वर्ष 23 की बजटीय कवायद में हाई लेकिन स्थिर जीएसटी कलेक्शन की उम्मीद है.


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