पेट्रोल-डीजल की तरह ही देश में खाने के तेल में भी आग लगी हुई है। सरसों से लेकर रिफाइन्ड तेल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं। हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि खाने के तेलों की कीमतें जल्द ही कम होंगी। उन्होंने कीमतों में आई तेजी की वजह भी बताई है। वित्त मंत्री ने बेंगलुरु में कहा, ''खाने योग्य तेलों पर भारत की निर्भरता बहुत अधिक है। तिलहन के उत्पादन की वजह से देश में खाने योग्य तेलों की कीमत बढ़ गई। पिछले साल क्रूड और रिफाइन्ड पाम ऑइल का आयात रोक दिया गया था, जिसे फिर शुरू किया गया है। इससे खाने के तेलों की कीमतें कम होंगी।''