नई दिल्ली: केंद्र सरकार बहुत जल्द अपने 50 लाख कर्मचारियों और करीब 65 लाख पेंशनर्स के महंगाई भत्ते (DA Hike) में बढ़ोतरी कर सकती है. ये बढ़ोतरी 1 जुलाई से हो सकती और इन करोड़ों लोगों को सीधे इसका फायदा मिल सकता है.
सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी करती है. पहली जनवरी से जून की अवधि के लिए होती है, जबकि दूसरी जुलाई से दिसंबर की अवधि के लिए. इस बार सरकार कर्मचारियों (Govt. Employees) और पेंशनर्स (Pensioners) के महंगाई भत्ते में सीधे 5% की बढ़ोतरी (Dearness Allowance Hike) कर सकती है. अगर ऐसा होता है तो ये 34 फीसदी से बढ़कर 39 फीसदी हो जाएगा.
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का फैसला सरकार AICPI Index के आधार पर कर करती है. मार्च 2022 के आंकड़ों में इस इंडेक्स में 1 पॉइंट का इजाफा हुआ था और ये 126 पॉइंट पर पहुंच गया था. तब से ही उम्मीद की जा रही है कि सरकार जुलाई-दिसंबर की अवधि के लिए महंगाई भत्ते को बढ़ा सकती है. हालांकि अभी अप्रैल, मई और जून 2022 के लिए AICPI के नंबर आना बाकी है. अगर ये मार्च के स्तर से ऊपर रहता है तो सरकार का महंगाई भत्ता बढ़ाना लगभग तय है. वैसे देश में महंगाई का बुरा हाल है. अप्रैल में खुदरा महंगाई की दर (Retail Inflation Rate) 7.79% के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई. जबकि खाद्य मुद्रास्फीति की दर 8.38% रही. महंगाई की ये दर पिछले 8 साल के उच्च स्तर पर है.
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को जून 2017 से 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) का लाभ मिलता है. ऐसे में अगर डीए बढ़कर 39% होता है, तो केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सैलरी बढ़ना तय है. अभी किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी अगर 18,000 रुपये है, तो 34 फीसदी के हिसाब से उसका महंगाई भत्ता 6,120 रुपये बनता है. अब अगर ये 39% होता हे तो कर्मचारी को 7,020 रुपये का महंगाई भत्ता मिलेगा. 7th Pay Commission के तहत कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये होती है.