खुशखबरी: केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, अब घटेगी गेहूं के आटे की कीमत
अब घटेगी गेहूं के आटे की कीमत
जानत से रिश्ता वेबडेस्क। आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन गेहूं के प्रमुख निर्यातक हैं, जिनका वैश्विक गेहूं (आटे व्यापार का लगभग एक चौथाई हिस्सा है। हालांकि दोनों देशों के बीच युद्ध की वजह से व्यापार में दिक्कतें आ रही हैं।
केंद्र सरकार ने गेहूं आटे के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की नीति को मंजूरी दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में यह फैसला लिया गया है। सरकार के एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस फैसले के बाद आटे की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगेगी. साथ ही सबसे कमजोर वर्ग के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
रूस और यूक्रेन गेहूं के प्रमुख निर्यातक हैं
जो वैश्विक गेहूं व्यापार के लगभग एक चौथाई के लिए जिम्मेदार हैं। हालांकि दोनों देशों के बीच युद्ध की वजह से व्यापार में दिक्कतें आ रही हैं। वैश्विक स्तर पर आपूर्ति में कमी के कारण भारतीय गेहूं की मांग में वृद्धि हुई है। नतीजतन, घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतों में तेजी आई।भारत से गेहूं के आटे के शिपमेंट में अप्रैल-जुलाई 2022 के दौरान साल-दर-साल 200% की वृद्धि हुई।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गेहूं के आटे की बढ़ती मांग के कारण घरेलू बाजार में आटे की कीमतों में वृद्धि हुई। हालांकि, केंद्र सरकार ने जुलाई में गेहूं के आटे और संबंधित उत्पादों के निर्यातकों को सूजी, मैदा, आटा जैसे उत्पादों के निर्यात में फर्क करने की अनुमति दी थी। मंत्रिस्तरीय समिति (IMC) की मंजूरी लेना अनिवार्य कर दिया गया था।