नई दिल्ली: बाजार से हम जो दवाइयां खरीदते हैं वो ब्रांडेड होने की वजह से काफी महंगी होती है. लेकिन इन्हीं के जेनेरिक वर्जन काफी सस्ते, ऐसे में गरीब लोगों को सस्ती दवाइयां मिलें इसके लिए केंद्र सरकार देशभर में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (PMBJK)खोल रही है.
केंद्र सरकार की ये परियोजना लोगों को बड़े स्तर पर स्व-रोजगार करने का मौका भी दे रही है. तो आप भी जानें कि इस योजना के लिए कैसे आवेदन करना है, कितना निवेश लगेगा, कितनी कमाई होगी...
केंद्र सरकार ने देश के सभी 734 जिलों में PMBJK खोलने की योजना बनाई है. अभी जो नए आवेदन मंगाए गए हैं वो 406 जिलों के 3579 ब्लॉक में PMBJK खोलने के लिए मंगाए गए हैं. आपके जिले में केंद्र खुलने जा रहा है या नहीं इसकी पूरी लिस्ट आपको janaushadhi.gov.in पर मिल जाएगी.
मोदी सरकार की इस योजना के लिए कोई भी बेरोजगार व्यक्ति आवेदन कर सकता है. इतना ही नहीं गैर सरकारी संगठन, संस्थाएं भी इसके लिए आवेदन कर सकती हैं. जबकि नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षी जिलों के कोई भी व्यक्ति, महिला उद्यमी, दिव्यांग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के आवेदकों के साथ-साथ पूर्वोत्तर, हिमालयी, द्वीप प्रदेश के लोगों को स्पेशल इंसेटिव भी मिलेगा. हालांकि इसके लिए बी.फार्मा या डी. फार्मा में से एक डिग्री होना अनिवार्य है. अगर व्यक्ति या संस्था के पास खुद ये डिग्री नहीं है तो उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति को नौकरी पर रखना होगा, क्योंकि केंद्र की अंतिम मंजूरी मिलने के वक्त डिग्री के साक्ष्य जमा करने होंगे.
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए आवेदक को एप्लिकेशन फॉर्म के साथ 5,000 रुपये की नॉन-रिफेंडबल फीस देनी होगी. हालांकि नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षी जिलों के किसी भी व्यक्ति, महिला उद्यमी, दिव्यांग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के आवेदक के साथ-साथ पूर्वोत्तर, हिमालयी, द्वीप प्रदेश के आवेदकों को ये फीस नहीं देनी होगी.
अगर आप PMBJK खोलना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम 120 वर्ग फुट की जगह होनी चाहिए. ये जगह किराये की या खुद की हो सकती है.
नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षी जिलों के किसी भी व्यक्ति, महिला उद्यमी, दिव्यांग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के आवेदक के साथ-साथ पूर्वोत्तर, हिमालयी, द्वीप प्रदेश की कैटेगरी के आवेदक हैं, तो सरकार की ओर से आपको 2 लाख रुपये का स्पेशल इंसेटिव मिलेगा. इसमें 1.50 लाख रुपये तक फर्नीचर और फिक्सचर के होंगे. जबकि 50,000 रुपये कंप्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर और इंटरनेट इत्यादि के लिए मिलेंगे. ये एक बार मिलने वाली ग्रांट होगी.
PMBJK चलाने वालों को हर दवाई की बिक्री पर उसकी एमआरपी (टैक्स हटाने के बाद) पर 20% का मार्जिन मिलेगा. इसके अलावा अगर कोई उद्यमी फार्मास्युटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो ऑफ इंडिया (PMBI) से खरीद करता है तो उसे उसकी मासिक खरीद के 15% के बराबर इंसेटिव मिलेगा. इसके लिए मासिक सीमा 15,000 रुपये होगी, जबकि अधिकतम सीमा 5 लाख रुपये है.