business.व्यापार: आज रक्षाबंधन पर बहन या बेटी के नाम एफडी, म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार, डिजिटल गोल्ड में उनके नाम से निवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही पीपीएफ, एनपीएस और सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवाकर उन्हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का संकल्प ले सकते हैं। देशभर में आज रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधेंगी और भाई उन्हें आकर्षक उपहार भेंट करेंगे। इस साल आप अपनी बहन या बिटिया के लिए उनकी आर्थिक सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करने वाले वित्तीय उपहार चुन सकते हैं। इनमें एफडी, म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार, डिजिटल गोल्ड में उनके नाम से निवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही पीपीएफ, एनपीएस और सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवाकर उन्हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का संकल्प ले सकते हैं। 1. सावधि जमा (एफडी) एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट को निवेश के सबसे बेहतर विकल्पों में से एक माना जाता है, क्योंकि इसमें मुनाफा सुनिश्चित होता है। आप अपनी बहन के नाम एकमुश्त राशि की एफडी करवा सकते हैं। यह भविष्य में आपकी बहन को वित्तीय तौर पर मदद करेगा। मौजूदा वक्त में एफडी में निवेश का यह सबसे अच्छा मौका है, क्योंकि बीते कई दिनों में बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। वे सात फीसदी या इससे अधिक का ब्याज एफडी पर दे रहे हैं।
कैसे करवाएं : बहन के नाम पर एफडी करवाने के लिए आपको अपने बैंक में संपर्क करना होगा। वहां कागजी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। जितनी राशि की एफडी करवा चाहते हैं, उसका चेक या डिमांड ड्राफ्ट लगाना होगा। कुछ दिन बाद बैंक एफडी सर्टिफिकेट जारी कर देगा। इस पर एफडी राशि और उसकी परिपक्वता अवधि अंकित होगी। 2. पीपीएफ खाता बहन के नाम से पीपीएफ खाता भी खुलवा सकते हैं। यह लंबी अवधि की निवेश योजना है। इसकी परिपक्वता अवधि 15 साल है। इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। किसी वित्त वर्ष में कम से कम 500 रुपये निवेश कर सकते हैं, जबकि अधिकतम निवेश की सीमा 1.5 लाख रुपये है। इस निवेश पर फिलहाल 7.1 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज मिलता है। इसमें पांच साल के बाद एक बार निकासी की अनुमति है। यह किसी भी महिला के भविष्य को संवारने का एक और बेहतर विकल्प है। इसे बच्चों के नाम से भी खुलवाया जा सकता है। 3. राष्ट्रीय पेंशन स्कीम (एनपीएस) इसकी मदद से आसानी से एक बड़ा सेवानिवृत्ति कोष फंड जमा किया जा सकता है। एनपीएस खाते को सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के अलावा कोई आम नागरिक भी खोल सकता है। इसके तहत टियर-1 खाता खोलने के लिए प्रति वर्ष न्यूनतम अंशदान 1,000 है। वहीं, प्रति माह न्यूनतम अंशदान की सीमा 500 रुपये है। इसमें 60 साल के बाद पेंशन मिलना सुनिश्चित होता है। पेंशन राशि कुल निवेश निधि और एन्यूटी प्लान पर निर्भर करती है। 4. शेयर-म्यूचुअल फंड