फ्रैंकलिन टेम्पलटन को SAT से राहत, फिर से नई स्कीम लॉन्च कर पाएगी कंपनी
स्कीम्स को बंद करने का फैसला सिर्फ यूनिटहोल्डर्स के लिए वैल्यू बचाने के लिया गया था.
म्यूचुअल फंड कंपनी Franklin Templeton को सेबी के आदेश के संबंध में सिक्यॉरिटी अपीलेट ट्रिब्यूनल यानी SAT से बड़ी राहत मिली है. SAT ने सेबी के उस आदेश पर पर रोक लगा दिया है, जिसके तहत कंपनी को नया डेट स्कीम लाने से रोक दिया गया था. SAT ने फ्रैंकलिन टेम्पलटन से कहा कि वह अगले तीन सप्ताह के भीतर 250 करोड़ रुपया जमा करे. यह रकम escrow account में जमा किया जाएगा. इस मामले में SAT की अगली सुनवाई 30 अगस्त को होगी.
जून के पहले सप्ताह में सिक्यॉरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की ओर से नियामकीय नियमों के फ्रैंकलिन टेम्पलटन एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) पर 5 करोड़ का जुर्माना लगाया था. साथ ही कंपनी की ओर से पहले 6 डेट या बॉन्ड योजनाओं को बंद करने के फैसले को गलत ठहराते हुए इस पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे. कंपनी ने सेबी के फैसलो को SAT में चुनौती दी थी.
दो सालों तक नई डेट स्कीम पर रोक
सेबी ने फ्रैंकलिन टेम्पलटन एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) को दो साल तक कोई नई डेट स्कीम लाने पर रोक लगा दी थी. दरअसल कंपनी की ओर से 23 अप्रैल 2020 को करीब 26,000 करोड़ रुपये की संपत्तियों वाली 6 डेट स्कीम्स को बंद कर दिया था. फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने पैसों की कमी को इसकी वजह बताई थी. हालांकि सेबी का मानना है कि कंपनी की ओर से डेट स्कीम में ये गंभीर चूक हुई है जो नियमों के खिलाफ है. इसलिए फ्रैंकलिन टेम्पलटन एसेट मैनेजमेंट को 2020 के दौरान ली गई मैनेजमेंट और एडवाइजरी फीस को 12 परसेंट ब्याज के साथ वापस करने के निर्देश दिए, जिसकी कुल वैल्यू 512 करोड़ रुपए है.
ये स्कीम्स की गई थीं बंद
फ्रैंकलिन टेंपल्टन ने अप्रैल में जिन स्कीम को बंद किया था उनमें अल्ट्रा शॉर्ट बांड फँड, इंडिया लोन ड्यूरेशन फंड, इंडिया डायनॉमिक अक्रूअल फंड, इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड और इंडिया शॉर्ट टर्म इनकम प्लान शामिल है.फंड हाउस का कहना है कि स्कीम्स को बंद करने का फैसला सिर्फ यूनिटहोल्डर्स के लिए वैल्यू बचाने के लिया गया था.