नई दिल्ली: देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोज़ाना बढ़ रही हैं और अपने उच्च स्तर पर बनी हुई हैं. इस बीच भारत की दो प्रमुख तेल रिफाइनरी कंपनियां सऊदी अरामको से मई में क्रूड ऑयल की खरीद घटाने जा रही हैं.
दुनिया की सबसे बड़ी क्रूड ऑयल कंपनी सऊदी अरामको ने हाल में एशिया के लिए कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी की है. इसके बाद एशिया के विभिन्न क्षेत्रों में ये दाम रिकॉर्ड उच्च स्तर पर चले गए हैं. ऐसे में कम से कम दो इंडियन रिफाइनरी कंपनियों ने सऊदी अरामको से मई में कम कच्चा तेल खरीदने का प्लान बनाया है.
हालांकि रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि दोनों रिफाइनरी कंपनियां अपने सालाना समझौते के तहत एक निश्चित मात्रा में कच्चा तेल अभी भी सऊदी अरामको से खरीदेंगी. लेकिन ये मई में की जाने वाली सामान्य खरीद से कम होगा. भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है. सबसे ज्यादा तेल पश्चिमी एशिया में भारत अभी इराक और सऊदी अरब से खरीदता है.
इतना ही नहीं भारत के सऊदी अरब से तेल खरीद घटाने की एक और वजह रूस से मिलने वाला सस्ता कच्चा तेल भी है. रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद रूस ने भारत को बेहद कम कीमत (भारी डिस्काउंट) पर कच्चा तेल खरीदने की पेशकश की है. अमेरिका और पश्चिमी देशों के कई तरह से दबाव बनाने के बावजूद भारत ने रूस से कच्चा तेल खरीदना जारी रखा है और इसे अपने 'राष्ट्र हित' का विषय बताया है.
देश में 22 मार्च के बाद से लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी देखी जा रही है. पिछले 17 दिनों में पेट्रोल 10 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा महंगा हो चुका है. हालांकि गुरुवार को सरकारी तेल कंपनियों ने कोई दाम नहीं बढ़ाए और लोगों को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे से राहत मिली है. दिल्ली में अभी पेट्रोल 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है.