किसानों को अंगूर से नहीं किशमिश से मुनाफे की उम्मीद
किसानों को अंगूर से नहीं किशमिश से मुनाफा बढ़ने की उम्मीद है. इसिलए महाराष्ट्र के किसान सीधे अंगूर बेचने की बजाय उसे किसमिश बनवाने के लिए बेच रहे हैं. अंगूर संघ के अध्यक्ष का कहना हैं कि किसान ठंड से खराब हो रहे हैं अंगूर को किसमिश के लिए बेच रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जलवायु परिवर्तन का असर अब अंगूर (Grapes)उत्पादन को प्रभावित कर रहा है. साथ ही फलों की गुणवत्ता भी खराब हो रही है. जिसका असर रेट पर भी पड़ रहा हैं.तो वही दूसरी ओर किशमिश (Raisins) की कीमतें जस की तस बनी हुई हैं.पिछले दो महीने से किशमिश मांग में काफी वृद्धि हुई हैं.लेकीन मौजूदा समय में जलवायु परिवर्तन (Climate Changes) के कारण अंगूर उत्पादन में गिरावट देखी जा रही हैं जिसके कारण किशमिश के उत्पादन में भी दिक्कत आ रही है और किशमिश व्यापारी (Raisin traders)नए माल का इंतजार कर रहे हैं.वर्तमान में किशमिश 120 रुपये से 230 रुपये प्रति किलो मिल रही अंगूर उत्पादक किसान संजय बालकृष्ण साठे नैताले ने बताया कि इस समय अंगूर उत्पादको सही भाव न मिलने से किसान अब दूसरा विकल्प देख रहे हैं वही कुछ किसान अंगूर सीधा किशमिश बनवाने के लिए बेच रहे हैं.हालाकि बारिश के कारण अंगूर उत्पादन में कमी भी देखी जा रही हैं जिसके कारण किशमिश व्यपारी डरे हुए हैं कि किशमिश की पूर्ति होगी या नहीं,कुछ व्यपारियों का कहना हैं कि फरवरी में नई किशमिश बाजार खुलने की उम्मीद हैं.