तेल-तिलहनों में मांग टूटने से गिरावट

विदेशी बाजारों में तेजी के बावजूद स्थानीय मांग टूटने से दिल्ली बाजार में शुक्रवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव में नरमी रही।

Update: 2022-01-01 04:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।विदेशी बाजारों में तेजी के बावजूद स्थानीय मांग टूटने से दिल्ली बाजार में शुक्रवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव में नरमी रही। बाजार सूत्रों ने कहा कि शिकॉगो एक्सचेंज में लगभग आधा प्रतिशत की तेजी थी, जबकि मलेशिया एक्सचेंज फिलहाल 0.4 प्रतिशत की तेजी है। उन्होंने कहा कि साल के दौरान खाद्यतेल तिलहनों के वायदा कारोबार पर रोक लगाना सरकार का बेहतर फैसला रहा है और इसके दूरगामी सकारात्मक परिणाम आ सकते हैं।

सूत्रों ने कहा कि सरसों के छोटे मिल वालों और बड़े ब्रांड की कंपनियों को सरसों की उपज नहीं मिल रही क्योंकि बाजार में इसकी उपलब्धता कम है। उन्हें पेराई के लिए सरसों कम भाव पर चाहिये था जबकि माल मिलने की किल्लत है। इसकी उपलब्धता मार्च के समय ही बढ़ सकती है तब स्थितियों में सुधार होने की उम्मीद की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि सोयाबीन का भी लगभग यही हाल है। इसका कारोबार आयातकों, तेल मिलों एवं व्यापारियों को पड़ता नहीं बैठता है। सोयाबीन दाना की उपलब्धता कम रहने से स्थिति और विकट हो रही है क्योंकि किसान सस्ते में अपनी उपज निकालने से बच रहे हैं। दूसरी ओर तेल निकालने की लागत के मुकाबले सस्ते आयातित तेल उपलब्ध होने से भाव बेपड़ता हो जाता है। यानी लागत अधिक और बाजार भाव कम जैसी स्थिति है।
सूत्रों ने कहा कि तेल उद्योग के लिये यह सबसे बुरा दौर है। उन्होंने इस बात पर हैरत जताई कि जिस देश में अपनी आवश्यकता को पूरा करने के लिए लगभग 60 प्रतिशत खाद्यतेल का आयात करना पड़ता हो वहां कारोबारियों को अपनी लागत से सस्ते में खाद्यतेल बेचने की मजबूरी हो। यह अपने आप में सोचने वाली बात है।
सूत्रों ने कहा कि मूंगफली तेल गुजरात की मांग कमजोर होने से मूंगफली तेल तिलहन में भी गिरावट रही और इसकी वजह से बिनौला तेल के भाव में भी नरमी आई है।.सूत्रों ने कहा कि बाजार में जब हल्के तेलों की मांग कमजोर हो तो भारी तेल सीपीओ और पामोलीन को कौन पूछता है। इस वजह से कच्चा पाम तेल (सीपीओ) और पामोलीन के भाव में भी गिरावट दर्ज हुई।
बाकी तेल-तिलहनों के दाम पूर्वस्तर पर बने रहे।
बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)
सरसों तिलहन - 8,010 - 8,040 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।
मूंगफली - 5,645 - 5,730 रुपये।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 12,500 रुपये।
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,830 - 1,955 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 16,080 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,410 -2,535 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,590 - 2,705 रुपये प्रति टिन।
तिल तेल मिल डिलिवरी - 16,700 - 18,200 रुपये।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 12,700 रुपये।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,440 रुपये।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,250
सीपीओ एक्स-कांडला- 10,750 रुपये।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 11,400 रुपये।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,050 रुपये।
पामोलिन एक्स- कांडला- 11,000 (बिना जीएसटी के)।
सोयाबीन दाना 6,450 - 6,500, सोयाबीन लूज 6,250 - 6,300 रुपये।
मक्का खल (सरिस्का) 3,850 रुपये।


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