Facebook: अब फेसबुक से मिलेगा 5 लाख से 50 लाख का लोन, जानें कितना चुकाना होगा ब्याज
फेसबुक से मिलेगा 5 लाख से 50 लाख का लोन
लोन के धंधे में अब सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक भी कूद गई है. अब यह कंपनी भारत के लोगों को लोन मुहैया कराएगी. इसके लिए फेसबुक ने भारत की ऑनलाइन लोन कंपनी से हाथ मिलाया है. ये लोन छोटे बिजनेस के लिए होंगे जिसे लेने के लिए कम से कम कागजी कार्रवाई की जरूरत होगी. फेसबुक का ध्यान इस बात पर ज्यादा है कि लोन देने से कंपनियों का बिजनेस बढ़ेगा और इन कंपनियों का विज्ञापन फेसबुक पेज पर चलने से अच्छी-खासी कमाई होगी.
दुनिया में सोशल मीडिया की सबसे बड़ी कंपनी फेसबुक ने भारत में लोन का बिजनेस बढ़ाने के लिए एक देसी कंपनी के साथ करार किया है. इस कंपनी का नाम इंडीफाई Indifi है. फेसबुक और इंडीफाई मिलकर भारत के छोटे व्यवसायियों को लोन देंगे. इंडीफाई भारत में ऑनलाइन कर्ज देने वाली कंपनी है. दोनों कंपनियां मिलकर 500,000 रुपये से लेकर 5,000,000 रुपये तक का लोन देंगी. भारत में फेसबुक के मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत मोहन ने इस बात की जानकारी 'रॉयटर्स' को दी. अजीत मोहन के मुताबिक फेसबुक लेनदारों से 20 परसेंट तक का ब्याज वसूल सकता है.
विज्ञापन से होगा बंपर फायदा
फेसबुक का कहना है कि लोन की सुविधा देने से भारत में छोटे बिजनेस को बड़ा लाभ होगा और छोटे व्यवसायी कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच अपना धंधा चला सकेंगे. भारत की अर्थव्यवस्था में छोटे बिजनेस की अहमियत को देखते हुए फेसबुक ने यह कदम आगे बढ़ाया है. इससे फेसबुक को भी जोरदार फायदा हो सकेगा क्योंकि लोन लेने वाले व्यवसायी उसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन दे सकेंगे. दूसरा बड़ा फायदा ये होगा कि फेसबुक से उधार लेने वाली कंपनियां फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्स्ऐप जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर लोगों के बीच अपने प्रोडक्ट की जानकारी पहुंचा सकेंगे. इससे फेसबुक के साथ लेनदार कंपनियों का लाभ और ग्राहकों के बीच दायरा (कस्टमर बेस) बढ़ाने में मदद मिलेगी.
क्या है फेसबुक की तैयारी
फेसबुक का कहना है कि वह इस प्रोग्राम में लेनदारों से कोई कमाई नहीं करेगा. कंपनी के मुताबिक इस प्रोग्राम में कपनी का कोई रेवेन्यू शेयर नहीं है. पेसबुक केवल अपने प्लेटफॉर्म के माध्यम से बिजनेस का माहौल बनाएगा जिससे कंपनियों को फायदा होगा. इसी के अनुसार ऐप और विज्ञापन से जो कमाई होगी, उस आधार पर लोन की स्कीम चलाई जाएगी. यह लोन पूरी तरह से छोटे बिजनेस के लिए होगा. इन बिजनेस या कंपनियों को फेसबुक के सोशल प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन देना होगा. फेसबुक के सोशल ऐप जैसे इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप पर भी विज्ञापन चलेगा. यह विज्ञापन कम से कम 180 दिनों के लिए होना चाहिए. फेसबुक के इस कदम से भारत की छोटी-बड़ी कंपनियां विज्ञापन के माध्यम से अपना धंधा चमका सकेंगे और कमाई का शेयर बढ़ा सकेंगी.
फेसबुक के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार
फेसबुक के लिए भारत एक बहुत बड़ा बाजार है जहां 40 करोड़ से ज्यादा उसके यूजर हैं. व्हाट्सऐप के नजरिये से देखें तो दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा 53 करोड़ यूजर भारत में हैं. लगभग 21 करोड़ यूजर इंस्टाग्राम पर हैं. पिछले साल भारत ने टिकटॉक पर बैन लगाया है, उसका सबसे ज्यादा फायदा फेसबुक को हुआ है. जिन लोगों ने टिकटॉक छोड़ा है, वे लोग अब फेसबुक के ऐप से अपना प्रमोशन कर रहे हैं या वीडियो आदि शेयर कर रहे हैं.
करोड़ों यूजर पर कंपनी का ध्यान
फेसबुक का ध्यान भारत पर कितना है, इसे समझने के लिए उसकी रणनीति समझी जा सकती है. पिछले साल इस कंपनी ने भारत के अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंड इंडस्ट्रीज में 5.7 अरब डॉलर का निवेश किया था. यह निवेश जियो प्लेटफॉर्म के डिजिटल यूनिट में किया गया. इसका फायदा व्हाट्सऐप को होने जा रहा है क्योंकि व्हाट्सऐप मॉम एंड पॉप स्टोर के लाखों ग्राहकों को पेमेंट सर्विस का लाभ देने जा रहा है. देश-दुनिया की तमाम पेमेंट कंपनियों की तरह व्हाट्सऐप ने भी यह सेवा शुरू की है और उसका ध्यान भारत के अपने करोड़ों यूजर पर है.
बीमा, पेंशन से जुड़ेगा व्हाट्सऐप
इसके साथ ही फेसबुक की कंपनी व्हाट्सऐप कई बैंकों के साथ करार कर चुकी है जिसके तहत बैंकिंग की कई सुविधाएं इस ऐप के जरिये दी जाने लगी हैं. ग्राहकों को इंस्टेंट मैसेजिंग के माध्यम से बैंकिंग की सुविधाएं दी जा रही हैं. अब वह जमाना गया जब कस्टमर केयर पर फोन कर हर छोटी-बड़ी जानकारी ली जाती थी. बैंकों ने इसके लिए व्हाट्सऐप नंबर दे दिया है जहां चैटबोट जैसी सुविधा मिलती है. इसी तहक की योजना अब पेंशन और इंश्योरेंस सेक्टर की फाइनेंशियल सर्विस के लिए भी बनाई जा रही है जहां ग्राहक कम समय में पेंशन और बीमा से जुड़ी जानकारी सुलभ तरीके से पा सकेंगे.