सरसों की अगली पैदावार में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद

विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच स्थानीय मांग कमजोर रहने से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में गुरुवार को अधिकांश तेल तिलहनों के भाव में हानि दर्ज हुई

Update: 2021-06-24 17:47 GMT

विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच स्थानीय मांग कमजोर रहने से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में गुरुवार को अधिकांश तेल तिलहनों के भाव में हानि दर्ज हुई. बेहद कमजोर मांग की वजह से सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सीपीओ सहित लगभग सभी तेल तिलहनों में गिरावट आई.

बाजार सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को शिकागो एक्सचेंज में दो प्रतिशत और मलेशिया एक्सचेंज में 0.6 प्रतिशत की गिरावट रही. लेकिन मांग बेहद कमजोर रहने से लगभग सभी तेल तिलहनों के भाव हानि दर्शाते बंद हुए.
उन्होंने कहा कि देश में सरसों की दैनिक खपत साढ़े तीन से चार लाख बोरी की है लेकिन ऑफ सीजन खत्म होने के बाद आगे जाकर इसकी मांग काफी बढ़ेगी. व्यापारियों के पास सरसों नहीं है और तेल मिलों के पास सीमित मात्रा में सरसों उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि अक्टूबर नवंबर के महीने में सरसों की बिजाई होगी और सरकार को दो तीन महीने पहले से ही सरसों बीज का इंतजाम रखना होगा क्योंकि डर यह है कि बिजाई के ऐन मौके पर छोटे किसानों को सरसों बीज के लिए सरसों की किल्लत न हो.
सरसों की अगली पैदावार में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद
उन्होंने कहा कि सोयाबीन तेल की कमी होने की स्थिति में तो विकल्प के बतौर किसी अन्य खाद्यतेल का विदेशों से आयात भी किया जा सकता है पर सरसों का कोई विकल्प नहीं है. इसलिए सरकार को अभी से इसका इंतजाम देखना होगा ताकि बाजार में आपूर्ति बनी रहे और बिजाई के समय सरसों बीज की कमी की स्थिति का सामना नहीं करना पड़े.
सूत्रों ने कहा कि इस वर्ष किसानों को जो सरसों के अच्छे दाम मिले हैं, उससे इसकी अगली पैदावार काफी बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार गेहूं की जगह किसान सरसों की बुवाई पर जोर दे सकते हैं.
सूत्रों ने कहा कि खाद्य नियामक एफएसएसएआई नियमित तौर पर सरसों में मिलावट की जांच के लिए नमूने एकत्रित कर रहा है जिस वजह से उपभोक्ताओं को शुद्ध सरसों तेल खाने को मिल रहा है. छापे के दौरान बिहार के पटना में सरसों में ब्लेंडिंग किए जाने का पता लगा है जिस पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. किसान रोक रोक कर बाजार में अपना उत्पाद ला रहे हैं.
बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे
सरसों तिलहन- 7225 – 7275 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपए.
सरसों तेल दादरी- 14 हजार 200 रुपए प्रति क्विंटल.
सरसों पक्की घानी- 2290 – 2340 रुपए प्रति टिन.
सरसों कच्ची घानी- 2390 – 2490 रुपए प्रति टिन.


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