अंगूर की कीमत तय होने के बावजूद किसानों को नहीं हो रहा कोई भी फायदा
अंगूर उत्पादकों की परेशानियों को कम करने के लिए, अंगूर उत्पादक संघ ने कम से कम 10 प्रतिशत की लागत पर उत्पादकों और व्यापारियों द्वारा किए गए लागत के आधार पर मासिक आधार पर दरें तय की थीं. किसानों का कहना हैं उत्पादक संघ के फैसले के बाद भी निर्यातक इस फैसले का पालन नहीं कर रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नासिक अंगूर उत्पादक संघ ने उत्पादकों और व्यापारियों द्वारा किए गए लागत और तुलना में कम से कम 10 प्रतिशत लाभ के आधार पर मासिक आधार पर दरें (Rates) तय की थीं.लेकिन फैसले के कुछ ही दिनों में नासिक जिले में इसे माना नहीं जा रहा है. पिछले हफ्ते ऐसी शिकायतें आई थीं कि एक्सपोर्टर्स (Exporters) किसानों से निर्धारित दरों से कम पर खरीदारी कर रहे हैं, तो अब अंगूर (Grapes) की कटाई बंद कर दी है इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. किसनों का कहना हैं कि अब तक हमें प्रकृति की विषमताओं का सामना करना पड़ा हैं. अब भाव को लेकर मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. इसलिए, यदि संघ द्वारा लिया गया निर्णय अब निर्यातकों को स्वीकार्य नहीं है, तो उत्पादक कम दर पर बेचने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं, इसलिए अब इसका समाधन निकालना जरुरी होगया हैं किसनों के लिए.