पत्नी के नाम पर हर महीने जमा करें पैसा, 15 प्रतिशत का औसतन रिटर्न
15 प्रतिशत का औसतन रिटर्न दिया है. इस रिटर्न को आधार मानकर आगे की कैलकुलेशन करेंगे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्राइवेट नौकरी करने वाला व्यक्ति हो या गवर्नमेंट जॉब वाला, हर किसी को अपने और परिवार की फ्यूचर की चिंता है. सरकारी नौकरियों में 2004 के बाद होने वाली भर्तियों में पेंशन का प्रावधान खत्म कर दिया गया है. ऐसे में रिटायरमेंट के बाद के लिए आज से ही प्लान करना समझदारी है. इसके लिए आप अभी से निवेश करना शुरू कर दें.
पत्नी के नाम पर हर महीने जमा करें पैसा
हर दिन महंगाई बढ़ रही है तो जरूरी है कि आप रिटायरमेंट के बाद के लिए कम से कम 1 लाख रुपये महीने के ब्याज या इनकम की व्यवस्था करें. रिटायरमेंट के बाद 1 लाख रुपये की इनकम के साथ जीवन यापन करने के लिए पत्नी के नाम पर हर महीने कुछ पैसे जमा करना शुरू कर दीजिए.
बैंकों की औसतन ब्याज दर 5 प्रतिशत
ब्याज दर न्यूनतम स्तर पर चल रही है. बैंकों की औसतन ब्याज दर 5 प्रतिशत पर है. निकट भविष्य में इसके नीचे जाने की संभावना नहीं है. इस हिसाब से हर महीने 1 लाख रुपये के ब्याज के लिए आपके पास 2.40 करोड़ का फंड होना चाहिए. रिटायरमेंट के समय इस फंड को तैयार करने के लिए फिलहाल एसआईपी निवेश का सबसे अच्छा ऑप्शन है.
15 प्रतिशत का औसतन रिटर्न
मान लीजिए आपकी उम्र 30 साल है. तो पत्नी के नाम पर कम से कम 3500 रुपये महीने की एसआईपी (SIP) शुरू कर दीजिए. पिछले 10 साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो कई एसआईपी ने 15 प्रतिशत का औसतन रिटर्न दिया है. इस रिटर्न को आधार मानकर आगे की कैलकुलेशन करेंगे.
हर महीने करें 3500 रुपये का निवेश
30 साल तक हर महीने 3500 रुपये का निवेश करने पर आप 12.60 लाख रुपये का निवेश करते हैं. इस पर यदि आपको हर साल औसतन 15 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है तो 30 साल पूरे होने पर यह रकम 2 करोड़ 45 लाख रुपये के करीब होगी. इस रकम पर 5 प्रतिशत सालाना ब्याज से हर महीने 1 लाख रुपये से ज्यादा का ब्याज होता है.
रिफंड के आधार पर 10 साल के बेस्ट म्यूचुअल फंड और उनका रिटर्न
1. SBI स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड : 20.04 प्रतिशत
2. निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड स्कीम : 18.14 प्रतिशत
3. इंवेसको इंडिया मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीम : 16.54 प्रतिशत
4. कोटक इमर्जिंग इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम : 15.95 प्रतिशत
5. डीएसपी मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीम : 15.27 प्रतिशत