नेशनल स्टेटिस्टिक्स ऑफिस (NSO) ने आज FY21 के Q4 के GDP आंकडों के साथ पूरे साल के इकोनॉमिक ग्रोथ के आंकड़े जारी किए। जारी किए गए आंकडों के मुताबिक, जनवरी से मार्च के बीच GDP ग्रोथ रेट 1.6% रही। जबकि पूरे वित्त वर्ष यानी FY21 में GDP ग्रोथ रेट -7.3% रही।
FY2021 में फिस्कल डेफेसिट का आंकड़ा GDP के 9.3% के बराबर रहा, जबकि सरकार का अनुमान था कि वित्त वर्ष 2020-21 में GDP के 9.5% के बराबर रह सकता है। आपको बता दें कि दिसंबर तिमाही में यह 12.34 लाख करोड़ रुपए रहा था।
कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स यानी CGA की ओर से जारी किए गए डेटा के मुताबिक, 2020-21 के लिए भारत का राजकोषीय घाटा (Fiscal Deficit) 251 बिलियन डॉलर यानी 18.21 लाख करोड़ रुपये रहा, आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान सरकार को टैक्स के जरिए 14.24 लाख करोड़ रुपये मिले, जबकि कुल व्यय 35.11 ट्रिलियन रुपए था। जबकि, केंद्र सरकार का रेवेन्यू डिफिसिट 7.42 फीसदी रहा।
इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट 56.1% बढ़ा
अप्रैल में सालाना आधार पर भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट 56.1% बढ़ा। आपको बता दें कि देश के इंडस्ट्रियल आउटपुट में इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट का योगदान करीब 40% है। हालांकि, कोरोना के सेकेंड वेव के कारण मासिक आधार पर इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट में अप्रैल में 15.1% की गिरावट आई है।
कोरोना वायरस महामारी के सेकेंड वेव के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था की विकीस दर प्रभावित हुई है और सरकार का खर्च बढ़ा है। इसके बावजूद फिस्कल डेफिसीट सरकार द्वारा तय 9.5% से कम 9.3% पर रहा, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है।