पहली बार 20,000 अंक के पार बंद, Sensex लगातार नौवें दिन चढ़ा

Update: 2023-09-13 17:11 GMT
मुंबई: बीएसई सेंसेक्स में तेजी का सिलसिला लगातार नौवें कारोबारी सत्र में बुधवार को भी जारी रहा और यह 246 अंक चढ़ गया। वहीं एनएसई निफ्टी पहली बार 20,000 अंक के ऊपर बंद हुआ। मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के बेहतर आंकड़ों के साथ बैंक, ऊर्जा तथा दूरसंचार शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी रही। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुरुआती गिरावट से उबरते हुए 245.86 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 67,466.99 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह अपने उच्चतम स्तर के करीब 67,565.41 तक पहुंच गया। सेंसेक्स 20 जुलाई, 2023 को कारोबार के दौरान 67,619.17 अंक तक गया था। पिछले पांच महीने में यह पहली बार है जब सेंसेक्स लगातार नौवें कारोबारी सत्र में बढ़त में रहा। सेंसेक्स के 20 शेयर लाभ में रहे जबकि 10 शेयर नुकसान में रहे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी 76.80 अंक यानी 0.38 प्रतिशत चढ़कर पहली बार 20,000 अंक के ऊपर 20,070 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 शेयरों में से 31 लाभ में जबकि 19 नुकसान में रहे।
सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल सबसे ज्यादा 2.72 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा टाइटन, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और टाटा मोटर्स प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, नेस्ले, जेएसडब्ल्यू स्टील, इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा और मारुति शामिल हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कमजोर वैश्विक रुख के बावजूद घरेलू शेयर बाजार में तेजी रही।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के नरम पड़कर 6.83 प्रतिशत रहने तथा औद्योगिक उत्पादन बढ़ने से अर्थव्यवस्था में मजबूती का संकेत मिलता है।’’ नायर ने कहा कि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में गिरावट तथा तेल के दाम में तेजी से वैश्विक बाजार में अनिश्चितता की स्थिति बनी है। साथ ही निवेशकों को अमेरिका की महंगाई के आंकड़ों का इंतजार है। इससे नीतिगत दर को लेकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व का रुख साफ होगा। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मुख्य रूप से सब्जियों के दाम में नरमी से खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में घटकर 6.83 प्रतिशत पर आ गई जबकि जुलाई में यह 7.44 प्रतिशत थी।
हालांकि, यह अब भी भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर है। विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से देश के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में जुलाई महीने में 5.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह पांच महीने का उच्चस्तर है। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.85 प्रतिशत चढ़ा जबकि मिडकैप सूचकांक 0.19 प्रतिशत मजबूत हुआ। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार में मंगलवार को गिरावट थी। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 92.56 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 1,047.19 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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