केंद्र सरकार का बड़ा फैसला : शेड्यूल इंटरनेशनल फ्लाइट सस्पेंड, जानिए क्या है नया लोअर कैप
कोरोना की तीसरी लहर तेज हो रही है. पिछले कुछ दिनों में नए मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना की तीसरी लहर तेज हो रही है. पिछले कुछ दिनों में नए मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं और फिलहाल रोजाना 45 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. इस स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने शेड्यूल इंटरनेशनल कमर्शियल फ्लाइट पर लगी रोक को बढ़ाने का ऐलान किया है. कमर्शियल फ्लाइट पर यह रोक अब 30 सितंबर तक बढ़ा दी गई है. DGCA ने इसकी जानकारी दी है.
शेड्यूल इंटरनेशनल फ्लाइट सस्पेंड
गौरतलब है कि DGCA ने भारत से और भारत के लिए शेड्यूल इंटरनेशनल फ्लाइट सर्विस को 31 अगस्त तक के लिए सस्पेंड किया था. लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब इसे एक महीने के लिए बढ़ाकर 30 सितंबर कर दिया गया है. यह नियम इंटरनेशनल कार्गो फ्लाइट पर लागू नहीं होगा. इसके अलावा अगर किसी फ्लाइट को DGCA से स्पेशल मंजूरी मिली है तो वहां भी यह नियम लागू नहीं होगा.
फेयर में भी हुआ बदलाव
40 मिनट से कम वाले रूट के लिए लोअर एयर फेयर को 2600 से बढ़ाकर 2900 कर दिया गया है. अपर कैप को 12.82 फीसदी बढ़ाकर 8800 कर दिया गया है. 40-60 मिनट वाले एयर रूट के लिए लोअर कैप 3300 से बढ़ाकर 3700 और अपल कैप को 12.24 फीसदी बढ़ाकर 11000 रुपया कर दिया गया है. 60-90 मिनट की फ्लाइट के लिए मिनिमम कैप को बढ़ाकर 4500 और अपर कैप को बढ़ाकर 13200 रुपया कर दिया गया है.
जानिए क्या है नया लोअर कैप
90-120, 120-150, 150-180 और 180-210 मिनट वाली फ्लाइट के लिए नया लोअर कैप बढ़ाकर 5300, 6700, 8300 और 9800 रुपए कर दिया गया है. वर्तमान में यह कैप 4700, 6100, 7400 और 8700 रुपए था. 90-120, 120-150, 150-180 और 180-210 मिनट वाली फ्लाइट के लिए अपर कैप को 12.3 फीसदी, 12.42 फीसदी, 12.74 फीसदी और 12.39 फीसदी बढ़ाया गया है. इसमें पैसेंजर सिक्यॉरिटी फीस और यूजर्स डेवलपमेंट फीस शामिल नहीं है.