स्मार्ट कैमरे में बदल जाएगा सीसीटीवी, रसोई से कारखाना तक स्टार्टअप कर रहे निगरानी
रसोई घर में बनने वाले भोजन से लेकर कारखानों में बनने वाले खाद्य पदार्थों की शुद्धता की निगरानी आसानी से हो सकती है। इसके अलावा बड़े कारखानों में अन्य तरह के उत्पादों के निर्माण या लॉजिस्टिक की निगरानी भी हो सकती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। स्टार्टअप अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की बदौलत बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों को टक्कर दे रहे हैं। इससे खाद्य पदार्थ के निर्माण से लेकर अन्य उत्पादों के निर्माण में लगी कंपनियों को अपनी लागत घटाने के साथ शुद्धता और सुरक्षा के मानक को बनाए रखने में मदद मिल रही है। गुरुग्राम की स्टार्टअप स्टाक्यू टेक्नोलॉजी ने एआई आधारित ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है जिससेरसोई घर में बनने वाले भोजन से लेकर कारखानों में बनने वाले खाद्य पदार्थों की शुद्धता की निगरानी आसानी से हो सकती है। इसके अलावा बड़े कारखानों में अन्य तरह के उत्पादों के निर्माण या लॉजिस्टिक की निगरानी भी हो सकती है।
स्मार्ट कैमरे में बदल जाएगा सीसीटीवी
स्टाक्यू टेक्नोलॉजी से सह-संस्थापक और सीईओ अतुल राय ने बताया कि कंपनी ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है जो सामान्य सीसीटीवी कैमरे को स्मार्ट सीसीटीवी कैमरे में बदल देगा। इससे रियल टाइम में देश-दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठकर ऑफिस, रोसोई घर, कारखाने में हो रहे निर्माण की निगरानी हो सकती है। इसकी लागत भी बहुत ज्यादा नहीं है।
कोरोना संकट ने दिया अवसर
राय का कहना है कि कोरोना संकट को देखते हुए उससे जुड़े प्रोटोकॉल बेहद अहम हो गए हैं। उनका यदि रसोई में काम करते समय कारीगर ने मास्क नहीं पहना है तो यह सॉफ्टवेयर तुरंत अर्लट करेगा। इसके बाद इसे शिकायत के रूप में दर्ज कर लेगा। इसके अलावा यदि रसोई या कारखाने में कोई अवांछित व्यक्ति है तो उसको लेकर भी अलर्ट जारी कर देगा।
कंपनियां भी दे रहीं बढ़ावा
हुंडई और मारुति समेत देश की कई वाहन कंपनियां स्टार्टअप को बढ़ावा दे रही हैं। इससे कंपनियों को सस्ती तकनीक मिल रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे स्टार्टअप को बड़ी कंपनियों का मंच और उनके ग्राहकों तक पहुंच भी आसान हो रही है जो अकेले चलकर संभव नहीं है।