Business: अब एक ही अकाउंट से 5 लोग कर सकेंगें ऑनलाइन पेमेंट

UPI के दीवानों को मिला Circle नाम का धांसू फीचर

Update: 2024-08-30 09:31 GMT

बिज़नस: अगर आपके पास बैंक अकाउंट नहीं है, लेकिन यूनिफाइड इंटरफेस पेमेंट सिस्टम यानी UPI का इस्तेमाल करते हैं तो टेंशन मुक्त हो जाइये। बैंक अकाउंट नहीं होने पर भी UPI के जरिए पेमेंट कर सकते हैं। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अब UPI यूजर्स के लिए UPI Circle फीचर में कई सुविधाएं मुहैया कराई हैं। इसे नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI की ओर से लॉन्च किया गया है। इस फीचर का ऐलान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) हाल के दिनों में किया है। इस नए फीचर के आने से उन लोगों को काफी राहत मिलेगी जो शेयरिंग इज केयरिंग पर भरोसा करते हैं।आज भी घर में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिनमें परिवार के मुखिया के पास बैंक अकाउंट है। लेकिन घर में बुजुर्गों, बच्चों और घर में रहने वाली महिलाओं के पास बैंक अकाउंट नहीं है। ऐसे में ये सभी लोग पेमेंट के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं। इसीलिए UPI Circle फीचर ऐसे ही लोगों की मदद के लिए लॉन्च किया गया है।

जानिए क्या है UPI Circle फीचर?

दरअसल, यूपीआई सर्कल फीचर उन लोगों को ध्यान में रखकर पेश किया गया है, जो अपनी रोजाना की जरूरतों के लिए कैश पेमेंट करते हैं। ऐसे लोगों के लिए यूपीआई सर्कल काम का साबित होगा। कोई भी यूपीआई यूजर अपनी डिजिटल पेमेंट्स के लिए एक सेकेंडरी यूजर को चुन सकेंगे। जिन पर वे विश्वास करते हों। इस फीचर के साथ प्राइमरी यूजर सेकेंडरी यूजर को पेमेंट करने की सुविधा मिल सकेगी। यूपीआई सर्किल एक डेलिगेट पेमेंट फीचर है, जो प्राइमरी फीचर को दूसरे साथ साथ पेमेंट लिंक की सुविधा देता है। इसकी मदद से आंशिक या फुल पेमेंट किया जा सकता है। मतलब माता-पिता अपने यूपीआई अकाउंट को बच्चों के साथ शेयर कर सकते हैं।

कैसे काम करेगा UPI सर्किल फीचर?

इसमें दो टाइप के यूजर्स, प्राइमरी और सेकेंड्री होते हैं। प्राइमरी यूजर्स के पास खुद का अकाउंट होता है। जिसमें वो सेकेंड्री यूजर्स को जोड़ सकता है। साथ ही कुछ लिमिट लगा सकता है। इसमें सेकेंड्री यूजर्स को फुल पेमेंट एक्सेस दिया जा सकता है। वहीं सेकेंड्री यूजर्स को कुछ सीमित पेमेंट ऑप्शन की सुविधा भी दी जा सकती है। यानी सेकेंड्री यूजर्स पर पेमेंट करने के लिए लिमिट लगाई जा सकती है।

इसके अलावा इस फीचर में दो तरह के डेलीगेशन हैं। फुल और दूसरा पार्शियल डेलीगेशन। Full Delegation का मतलब यह है कि सेकेंडरी यूजर को एक लिमिट तक हर पेमेंट के लिए प्राइमरी अकाउंट होल्डर की परमिशन की जरूरत नहीं होगी। वहीं, Partial Delegation में सेकेंड्री यूजर पेमेंट रिक्वेस्ट भेज पाएगा। ये पेमेंट तब तक पूरी नहीं होगी जब तक प्राइमरी अकाउंट होल्डर पेमेंट को अप्रूव नहीं कर देता है। वहीं ट्रांजैक्शन के लिए UPI PIN की जरूरत पड़ती है।

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