Business: मेड इन इंडिया स्मार्टफोन ने पूरी दुनिया में मचाया धूम

चीन और वियतनाम हुए परेशान

Update: 2024-07-04 10:33 GMT

बिज़नस: मेड इन इंडिया स्मार्टफोन पूरी दुनिया में धूम मचा रहे हैं, जिसकी वजह से चीन और वियतनाम की सांसे फूल रही हैं। दरअसल, मोबाइल फोन निर्यात के मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है। पूरी दुनिया में मेड इन इंडिया स्मार्टफोन को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। हाल ही में इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि स्मार्टफोन निर्यात के मामले में भारत ने चीन और वियतनाम को पीछे छोड़ दिया है। स्मार्टफोन निर्यात के लिए दुनिया तेजी से भारत की ओर देख रही है। अगर आंकड़ों की बात करें तो 2024 में भारत का मोबाइल निर्यात 40 फीसदी से ज्यादा रहा है। चीन में मोबाइल निर्यात में जहां 2.78 फीसदी की गिरावट आई है, वहीं वियतनाम में मोबाइल निर्यात में 17.6 फीसदी की गिरावट आई है। चीन और वियतनाम मुश्किल में हैं दुनिया में मोबाइल निर्यात के मामले में चीन और वियतनाम दोनों ही टॉप पर हैं। दोनों ने मोबाइल निर्यात बाजार में अपना दबदबा कायम रखा था। लेकिन अब भारत तेजी से चीन और वियतनाम के दबदबे को खत्म कर रहा है। भारत ने चीन और वियतनाम से मोबाइल फोन निर्यात में आई गिरावट का करीब 50 फीसदी हिस्सा रिकवर कर लिया है। इससे साफ है कि चीन से सप्लाई चेन में आए बदलाव का बड़ा हिस्सा रिकवर करने का मकसद हासिल हो गया है।

सरकार की इस योजना से फायदा: अगर भारत मोबाइल निर्यात में चीन जैसे देश से आगे निकल पाया है तो इसमें पीएलआई योजना की बड़ी भूमिका रही है। पीएलआई योजना भारत सरकार की ओर से शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य न सिर्फ विदेशी कंपनियों को देश में रोजगार सृजन के लिए प्रोत्साहित करना है, बल्कि छोटे-मोटे रोजगार लाने के लिए घरेलू और स्थानीय उत्पादन को भी बढ़ावा देना है। पीएलआई योजना की वजह से ही दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनियां एप्पल, वीवो, श्याओमी और सैमसंग स्थानीय स्तर पर स्मार्टफोन का उत्पादन कर रही हैं।

इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर (आईटीसी) के आंकड़ों के मुताबिक, मोबाइल फोन का चीनी निर्यात वित्त वर्ष 2023 में 136.3 बिलियन डॉलर से गिरकर वित्त वर्ष 2024 में 132.5 बिलियन डॉलर रह गया। इसमें 3.8 बिलियन डॉलर यानी 2.8% की गिरावट आई। इसी तरह वियतनाम में भी मोबाइल निर्यात में गिरावट देखने को मिली है। वित्त वर्ष 23 में यह 31.9 बिलियन डॉलर से गिरकर वित्त वर्ष 24 में 26.27 बिलियन डॉलर हो गया। यानी कुल निर्यात में 17.6% या 5.6 बिलियन डॉलर की गिरावट आई। दोनों देशों का कुल निर्यात 9.4 बिलियन डॉलर रहा।

Apple ने भारत से उत्पादन और निर्यात दोगुना किया: अधिकारियों का दावा है कि स्मार्टफोन PLI योजना सफल रही है। iPhone निर्माता Apple ने इस योजना के तहत देश में iPhone का उत्पादन शुरू किया। इसके तीन प्रमुख iPhone विक्रेता Foxconn, Pegatron और Wistron ने योजना के लॉन्च के बाद भारत में अपने प्लांट लगाए हैं। Apple ने पिछले दो वित्तीय वर्षों में भारत से उत्पादन और निर्यात दोगुना कर दिया है। कंपनी का उत्पादन वित्त वर्ष 23 में 7 बिलियन डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 14 बिलियन डॉलर हो गया। इस अवधि के दौरान इसका निर्यात 5 बिलियन डॉलर से बढ़कर 10 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया। भारत के मोबाइल निर्यात में iPhone की हिस्सेदारी 65% और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में एक तिहाई से अधिक है। सैमसंग ने भी कमाया मुनाफा

जानकारी के मुताबिक, एप्पल की तरह सैमसंग जैसी कंपनियां भी भारत से बड़ी मात्रा में मोबाइल निर्यात करना शुरू करेंगी। दक्षिण कोरियाई दिग्गज भी पीएलआई योजना का लाभार्थी है और वित्त वर्ष 24 में भारत से इसका मोबाइल फोन निर्यात करीब 3.5 बिलियन डॉलर था। यह एप्पल के निर्यात का करीब एक तिहाई था। सैमसंग वर्तमान में वियतनाम से मोबाइल फोन का सबसे बड़ा निर्यातक है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग ने 2023 के अंत तक वियतनाम में 20 बिलियन डॉलर का निवेश किया था। वर्तमान में, दुनिया भर में बिकने वाले सैमसंग के 50% से अधिक उत्पाद वियतनाम में बनते हैं।

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