Budget 2023: सरकार इन 5 तरीकों से सैलरीड क्लास को पहुचांएगी फायदा, बढ़ेगा स्टैंडर्ड डिडक्शन
बिज़नस। 1 फरवरी को आम बजट पेश होने जा रहा है. ऐसे में सरकार वेतनभोगी वर्ग को बड़ा तोहफा दे सकती है। मध्यम वर्ग के लोगों को महंगाई से राहत दिलाने के लिए सरकार कुछ अलग तरीके अपना सकती है। इसके लिए विशेषज्ञ भी उम्मीद जता रहे हैं कि बजट में ये 5 घोषणाएं हो सकती हैं. सबसे ज्यादा इनकम टैक्स सैलरीड क्लास से ही आता है। ऐसे में अगर वित्त मंत्री टैक्स लिमिट बढ़ाने का ऐलान भी कर दें तो हैरानी नहीं होगी। इसके अलावा स्टैंडर्ड डिडक्शन भी बढ़ने की उम्मीद है।
महंगाई दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में जीवन यापन की लागत भी बढ़ रही है। ऐसे में सरकार नए टैक्स सिस्टम के तहत आयकरदाताओं को पांच लाख रुपये की आयकर छूट दे सकती है। अभी 2.5 से 5 लाख रुपये तक की आय पर 5% और 5 से 7.5 लाख रुपये की आय पर 20% टैक्स देना होता है. वेतनभोगी वर्ग हर साल स्टैंडर्ड डिडक्शन के तहत 50,000 रुपये की छूट का लाभ उठा सकता है। माना जा रहा है कि सरकार इनकम टैक्स के सेक्शन 16(ia) में बदलाव कर सकती है। उम्मीद की जा रही है कि इस स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये किया जा सकता है।
इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्सपेयर्स 1.5 लाख रुपये की रकम निवेश कर टैक्स छूट पा सकते हैं. करदाता लंबे समय से इस सीमा को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। अगर सरकार इस मामले में इस बजट में फैसला लेती है तो करदाताओं को बड़ी राहत मिलने वाली है। यह निवेश ईपीएफ, पीपीएफ, ईएलएसएस, एनएससी, एनपीएस, बैंक एफडी में किया जा सकता है।
नौकरीपेशा लोग हमेशा रिटायरमेंट प्लान में निवेश करते हैं। ऐसे में सरकार इसमें भी टैक्स छूट की सीमा बढ़ा सकती है। जानकारों की राय है कि सरकार इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80CCD (1B) के तहत इस सीमा को एक लाख रुपये तक बढ़ा सकती है. फिलहाल स्वास्थ्य बीमा क्लेम के तहत 25 हजार रुपये की छूट मिलती है। उम्मीद है कि इस बजट में सरकार इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये और बुजुर्गों के लिए इसे 50 हजार से बढ़ाकर 75 हजार रुपये कर सकती है.