NSE केस में गुमनाम 'योगी' पर बड़ा अपडेट, गोपनीय जानकारी साझा करने का आरोप
उन्होंने यह भी बताया था कि परमहंस योगी से उनकी मुलाकात 20 साल पहले गंगा तट पर हुई थी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। NSE Scam : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) केस का मामला आजकल सुर्खियों में है. इस मामले में सामने आने वाली चीजें चौंका रही हैं. पूरे मामले की जांच सेबी (SEBI) कर रही है. लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में हिमालय वाले योगी बाबा रहस्य बने हुए हैं. पिछले दिनों जांच एजेंसी की तरफ से उम्मीद जताई गई कि गुमनाम योगी कोई और नहीं आनंद सुब्रमण्यम ही है. लेकिन अब इस मामले में शक की सुई दूसरी तरफ घूम रही है.
ईमेल आईडी भी आई सामने
मामले की जांच में जुटी एजेंसियों को उम्मीद है कि गुमनाम योगी वित्त मंत्रालय में बैठा कोई व्यक्ति हो सकता है. इससे अंदाजा लग रहा है जांच आनंद सुब्रमण्यम और वित्त मंत्रालय में बैठे किसी शख्स पर आगे बढ़ रही है. पिछले दिनों रिपोर्ट में रहस्यमय योगी की ईमेल आईडी rigyajursama@outlook.com बताई गई है.
20 साल पहले हुई थी मुलाकात
सेबी की रिपोर्ट में एनएसई की पूर्व प्रबंध निदेशक चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramkrishna) के बीच की कई अहम बातें सामने आई हैं. चित्रा रामकृष्ण ने सेबी को पूछताछ में बताया कि हिमालय में रहने वाले योगी परमहंस हैं. उन्होंने यह भी बताया था कि परमहंस योगी से उनकी मुलाकात 20 साल पहले गंगा तट पर हुई थी.
गोपनीय जानकारी साझा करने का आरोप
एनएसई में आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति और प्रमोशन पर चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) विवादों में हैं. रामकृष्ण पर NSE की गोपनीय जानकारी हिमालय में रहने वाले योगी के साथ साझा करने का आरोप है. रामकृष्ण ने यह भी स्वीकार किया है कि पिछले कुछ सालों में उन्होंने कई व्यक्तिगत और व्यावसायिक मामलों पर अज्ञात योगी से मार्गदर्शन मांगा है.
वेतन में हजारों प्रतिशत का इजाफा
आपको बता दें NSE में करियर शुरू करने से पहले आनंद सुब्रमण्यम एक आम इंसान थे. वह Balmer Lawrie और ICICI group के एक ज्वाइंट वेंचर में काम करते थे. वहां उनका पैकेज करीब 14 लाख रुपये था. अप्रैल, 2013 में उन्हें NSE में MD और CEO के चीफ स्ट्रेटेजिक एडवाइजर (CSA) के तौर पर 1.38 करोड़ का पैकेज ऑफर किया गया. तीन साल में ही सुब्रमण्यम का पैकेज 4.21 करोड़ रुपये कर दिया गया.जनता से रिश्ता वेबडेस्क।