नई दिल्ली: कई दशकों की सबसे ज्यादा महंगाई को काबू करने के लिए दुनिया भर में बढ़ती ब्याज दरें और डॉलर की रिकॉर्ड तेजी के कारण शेयर बाजार प्रभावित हो रहे हैं. उभरते बाजारों से इन्वेस्टर्स की बिकवाली का असर बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) पर भी हो रहा है. शुक्रवार को बड़ी गिरावट का शिकार होने के बाद बाजार आज सोमवार को भी दबाव में हैं. कारोबार की शुरुआत होते ही घरेलू बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
घरेलू बाजार आज प्री-ओपन सेशन (Pre-Open Session) में ही गिरा हुआ था. प्री-ओपन सेशन में सेंसेक्स करीब 700 अंक की गिरावट के साथ 57,400 अंक के पास कारोबार कर रहा था. एनएसई निफ्टी 300 अंक से ज्यादा कमजोर होकर 17,330 अंक से नीचे कारोबार कर रहा था. वहीं, सिंगापुर में एसजीएक्स निफ्टी (SGX Nifty) का फ्यूचर कांट्रैक्ट सुबह के नौ बजे 145 अंक की गिरावट के साथ 17,187 अंक पर कारोबार कर रहा था. इससे संकेत मिल रहा था कि घरेलू बाजार आज कारोबार की खराब शुरुआत कर सकता है. सुबह के 09:20 बजे सेंसेक्स करीब 750 अंक के नुकसान के साथ 57,350 अंक के पास कारोबार कर रहा था था. वहीं निफ्टी 250 अंक से ज्यादा गिरकर 17,080 अंक से नीचे गिर चुका था.
आज बाजार लगातार चौथे दिन गिरावट की राह पर है. इससे पहले पिछले सप्ताह के आखिरी दिन 23 सितंबर को भी बाजार में बड़ी गिरावट आई थी. शुक्रवार को कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 1,020.80 अंक (1.73 फीसदी) गिरकर 58,098.92 अंक पर बंद हुआ था. निफ्टी 302.45 अंक (1.72 फीसदी) के नुकसान के साथ 17,327.35 अंक पर रहा था. बाजार पिछले सप्ताह बुधवार से हर सेशन में गिरावट का शिकार हो रहा है. पिछले सप्ताह सेंसेक्स करीब 750 अंक के नुकसान में रहा था.
अमेरिका में पिछले सप्ताह लगातार तीसरी बार ब्याज दर को 0.75 फीसदी बढ़ाए जाने के बाद वॉल स्ट्रीट में जमकर बिकवाली हो रही है. शुक्रवार को डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Indutrial Average) 1.62 फीसदी कमजोर होकर 29,590.41 अंक पर बंद हुआ था. टेक फोकस्ड इंडेक्स नास्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) 1.80 फीसदी गिरकर 10,867.93 अंक पर रहा था. एसएंडपी500 (S&P 500) सूचकांक में 1.72 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी. आज सोमवार को एशियाई बाजार भी गिरावट में हैं. जापान का निक्की (Nikkei) 1.97 फीसदी के भारी-भरकम नुकसान में है. वहीं हांगकांग के हैंगसेंग (Hangseng) में 0.06 फीसदी की और चीन के शंघाई कंपोजिट (Shanghai Composite) में 0.08 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है.