BSNL 4G नेटवर्क को लेकर बड़ा खुलासा, पूरे भारत में 4जी लागू करने के लिये स्थापित करेगी 1.12 लाख टॉवर
घरेलू 4जी नेटवर्क की दुनिया भर में सराहना हो रही है और इसमें एक कोर नेटवर्क, रेडियो नेटवर्क और पूर्ण दूरसंचार उपकरण हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारत के दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) 4 जी सेवाओं को शुरू करने के लिए पूरे भारत में 1.12 लाख मोबाइल टावर स्थापित करने की योजना बना रहा है. पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रश्नकाल के दौरान, वैष्णव ने कहा कि घरेलू 4जी नेटवर्क की दुनिया भर में सराहना हो रही है और इसमें एक कोर नेटवर्क, रेडियो नेटवर्क और पूर्ण दूरसंचार उपकरण हैं.
पूरे देश में लगेंगे 1 लाख टावर
मंत्री ने कहा कि बीएसएनएल 6000 टावरों के तुरंत बाद 6000 और फिर अंतत: 4जी नेटवर्क के लिए पूरे देश में 1 लाख टावर लगाने का आदेश देने की प्रक्रिया में है. इसके अलावा, वैष्णव ने बताया कि टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स मोबाइल टावरों पर स्थापित अपने बेस ट्रांसीवर स्टेशनों (बीटीएस) को फाइबराइज करते हैं और 7,93,551 बीटीएस को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है. देश में कुल मोबाइल टावरों की तुलना में यह संख्या काफी कम है. 5G की सफलता और बेहतर 4G अनुभव के लिए, अधिक टावरों को फाइबर से जोड़ने की आवश्यकता है.
इसी साल आ सकता है BSNL का 5जी नेटवर्क
इससे पहले, वैष्णव ने कहा था कि बीएसएनएल अप्रैल 2022 में 4 जी उपकरणों के लिए अपना ऑर्डर देगा. लेकिन इसके बारे में कोई ठोस पुष्टि अभी तक राज्य द्वारा संचालित टेल्को की ओर से नहीं हुई है. 4G के अलावा, BSNL भी इस साल के अंत में 5G लॉन्च करने की योजना बना रहा है. 4जी ट्रायल के दौरान बीएसएनएल भी 5जी पर काम कर रही थी. C-DoT (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स) के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि बीएसएनएल 2022 में 5G NSA और उसके बाद 2023 में 5G SA लॉन्च करेगा.
ट्रेनों में 4जी इंटरनेट कनेक्टिविटी?
ट्रेनों के अंदर 4जी इंटरनेट सेवा के बारे में पूछे जाने पर वैष्णव ने कहा कि देश में 5जी आने तक यह संभव नहीं होगा. दूरसंचार मंत्री ने इसका कारण बताया कि अगर ट्रेन 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है तो ट्रेनों के अंदर सीमलेस इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 5जी नेटवर्क की जरूरत है.