नई दिल्ली: दुनिया भर में मंडरा रहे मंदी (Recession) के खतरी की मार सबसे ज्यादा स्टार्टअप कंपनियों (Startup Companies) में देखने को मिल रही है. भारत में स्टार्टअप कंपनियां खासकर एडुटेक कंपनियां (Edtech Companies) लगातार कर्मचरियों की छंटनी कर रही हैं. ताजा मामला Byju's का है, जहां एक झटके में 1,100 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाला गया है. हालांकि कंपनी का कहना है कि उसने Whitehat Jr और Toppr में 500 से कम लोगों की छंटनी की हैं, वहीं इसका शिकार बने कर्मचारियों का दावा है कि अकेले Toppr से ही 1,100 लोगों को निकाला गया है.
Byju's ने पिछले साल जुलाई में 150 मिलियन डॉलर में Toppr का अधिग्रहण किया था. Whitehat Jr भी Byju's समूह की ही कंपनी है. Toppr में ऐसे समय छंटनी हुई है, जब Whitehat Jr ने 300 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. इससे पहले व्हाइटहैट जूनियर अप्रैल-मई में भी 250 कर्मचारियों से इस्तीफा ले चुकी है. Byju's के एक प्रवक्ता ने कहा, 'लंबे समय के लिए ग्रोथ को तेज करने और बिजनेस की प्राथमिकताओं को नए सिरे से समायोजित करने के लिए हम समूह की कंपनियों में टीम को ऑप्टिमाइज कर रहे हैं. इस पूरी प्रक्रिया में समूह की कंपनियों से 500 से कम कर्मचारी प्रभावित हुए हैं.'
Toppr के बारे में बताया जा रहा है कि कंपनी ने प्रभावित कर्मचारियों को सोमवार को कॉल किया था और उन्हें इस्तीफा देने को कहा था. कंपनी ने साथ ही ये भी कहा था कि अगर कर्मचारी खुद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बिना किसी नोटिस पीरियड के टर्मिनेट कर दिया जाएगा. Toppr से निकाले गए एक कर्मचारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, 'मैं केमिस्ट्री सब्जेक्ट की मैटर एक्सपर्ट टीम में था. मेरी पूरी टीम को निकाल दिया गया है. कंपनी ने खुद से रिजायन करने वाले कर्मचारियों को 01 महीने की सैलरी देने का वादा किया था. वहीं इस्तीफा नहीं देने वाले कर्मचारियों को सैलरी न देने की भी बात कही गई थी. अकेले Toppr से ही करीब 1,100 लोग बाहर किए गए हैं.'
हालांकि जब Toppr के को-फाउंडर जीशान हयात से एजेंसी ने संपर्क करने का प्रयास किया तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई. वहीं Whitehat Jr के एक प्रवक्ता ने संपर्क किए जाने पर कहा कि यह निर्णय फ्यूचर ग्रोथ को लेकर है. आपको बता दें कि Unacademy, Vedantu, Lido, Frontrow, Lido जैसी स्टार्टप एडुटेक कंपनियां भी हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है. दरअसल ऑफलाइन क्लासेज शुरू होने के बाद ऑनलाइन स्टडी का बिजनेस धीमा हो रहा है. इस कारण एडुटेक कंपनियां बिजनेस में मुश्किलों का सामना कर रही है.