पार्टियों को चंदा देने में भारती समूह आगे, भाजपा को अकेले मिला 78% चंदा

आपको जानकर हैरानी होगी कि चंदा देने वाले कॉरपोरेट्स में कुछ अनजाने नाम भी शामिल होते हैं.

Update: 2022-04-05 15:02 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजनीतिक दलों के खर्चों को देखकर अक्सर ही लोगों के मन में ये सवाल आता है कि इनके पास इतने पैसे कहां से आते हैं. दरअसल, राजनीतिक दलों को हर साल कॉरपोरेट जगत से करोड़ों रुपये का चंदा (Political Donations) मिलता है. सभी दिग्गज कंपनियां विभिन्न पार्टियों को पॉलिटिकल चंदा देती हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि चंदा देने वाले कॉरपोरेट्स में कुछ अनजाने नाम भी शामिल होते हैं.

पॉलिटिकल चंदा देती हैं कंपनियां
दरअसल,राजनीति में पारदर्शिता रखने के लिए सक्रिय संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने हाल में एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में पॉलिटिकल चंदा देने वाली कंपनियों के नाम सामने आए हैं. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए राजनीतिक दलों को चंदा देने वाली अग्रणी कंपनियों में भारती समूह (Bharati Enterprises) और आईटीसी (ITC) जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
सबसे आगे भारती समूह
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, 'भारती एंटरप्राइजेज से सपोर्टेड प्रुडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट (Prudent Electoral Trust) चंदा देने में सबसे आगे है. इसने 2019-20 में राजनीतिक दलों को 247.75 करोड़ रुपये का चंदा दिया है. इससे पहले यह ट्रस्ट 2016-17 और 2017-18 में भी चंदा देने में सबसे आगे रहा था. इन दो सालों में ट्रस्ट ने 429.42 करोड़ रुपये का चंदा सिर्फ भाजपा (BJP) और कांग्रेस (INC) को दिया था. उस समय इसे सत्य इलेक्टोरल ट्रस्ट (Satya Electoral Trust) के नाम से जाना जाता था. 2019-20 में भी इस ट्रस्ट ने मुख्य रूप से भाजपा और कांग्रेस को चंदा दिया है. आप जानकर दंग रह जाएंगे कि प्रुडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने भाजपा को 216.75 करोड़ रुपये और कांग्रेस को 31 करोड़ रुपये दिए हैं.
टॉप पॉलिटिकल डोनर रहीं ये कंपनियां
वित्त वर्ष 2019-20 में चंदा देने के मामले में आईटीसी लिमिटेड (ITC Limited), जनकल्याण इलेक्टोरल ट्रस्ट (Jankalyan Electoral Trust), बीजी शिर्के कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (BG Shirke Construction Pvt Ltd) और पंचशील कॉरपोरेट पार्क प्राइवेट लिमिटेड (Panchsheel Corporate Park Pvt Ltd) टॉप पर हैं.
भाजपा को मिला 78 फीसदी चंदा
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, चंदा पाने के मामले में केंद्र में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे है. वित्त वर्ष 2019-20 में टॉप-5 पार्टियों को मिलाकर 921.95 करोड़ रुपये का कॉरपोरेट चंदा मिला और इनमें से 720.40 करोड़ रुपये अकेले भाजपा को मिले. वहीं, कांग्रेस, एनसीपी (NCP), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) और तृणमूल कांग्रेस (AITC) को भी चंदा मिला है. इस बार सीपीआई को कोई चंदा नहीं मिला है. कांग्रेस को 133.04 करोड़ रुपये और एनसीपी को 57.08 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं.


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