फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से पहले भारत ब्रिटेन के बीच समझौतों दौर शुरू अरबों रुपये के व्यापार खुलेगा रास्ता
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट होने से पहले भारत और ब्रिटेन के वाणिज्य मंत्रियों में बैठकों का दौर शुरू हो गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने गुरुवार को इंग्लैंड की वाणिज्य मंत्री एनी-मेरी ट्रेवेलियन से मुलाकात की. दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (free trade agreement) लॉन्च होने से पहले इन दोनों नेताओं की मुलाकात हुई. पीयूष गोयल ने इस मुलाकात के बारे में एक ट्वीट में जानकारी दी. गोयल ने बताया कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट शुरू होने से भारत और ब्रिटेन दोनों को बिजनेस और ट्रेड में फायदा होगा. इस एग्रीमेंट के जरिये दोनों देश अपने-अपने कारोबारी कानून को आसान बनाएंगे और कस्टम ड्यूटी (custom duty) घटाएंगे. दोनों देशों के बीच निवेश को बढ़ावा देने और माल और सेवा के कारोबार बढ़ाने के लिए यह एग्रीमेंट हो रहा है.
इससे पहले गुरुवार को यूके सरकार ने भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) शुरू करने की घोषणा की. ब्रिटिश सरकार ने कारोबार के क्षेत्र में इसे सुनहरा मौका बताया. इस अवसर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत के साथ इस व्यापारिक समझौते को ऐतिहासिक बताया और कहा कि दोनों देशों का व्यापार इससे नई ऊंचाइयों को छूएगा. जॉनसन ने कहा कि भारत के साथ फ्री ट्रेड समझौते से स्कॉच व्हिस्की, वित्तीय सेवाओं और रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़ी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए-नए अवसर जुड़ेंगे.
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट या FTA होने से पहले भारत और ब्रिटेन में अलग-अलग दौर के समझौते हो रहे हैं और इसके लिए दोनों देशों के वाणिज्य मंत्रियों की मुलाकात हो रही है. पहले दौर का समझौता अगले हफ्ते पूरा होने की उम्मीद है. ब्रिटिश सरकार का कहना है कि यह समझौता होने के बाद दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट लॉन्च करने के लिए औपचारिक बातचीत शुरू हो जाएगी.
क्या कहा बोरिस जॉनसन ने
बकौल पीएम जॉनसन, भारत की तेज रफ्तार अर्थव्यवस्था से ब्रिटेन के बिजनेस, कामगार और उपभोक्ताओं को बहुत फायदा होगा. एक तरफ भारत के साथ ब्रिटेन की साझेदारी लगातार नई ऊंचाई हासिल कर रही है, तो दूसरी ओर ब्रिटेन में एक स्वतंत्र व्यापारिक नीति के चलते नए रोजगार पैदा हो रहे हैं, लोगों की कमाई-तनख्वाह बढ़ रही है और नई-नई तकनीक को स्थान मिल रहा है.
भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
ब्रिटेन की वाणिज्य मंत्री मेरी ट्रेवेलियन ने दिल्ली में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की और दोनों देशों के संबंधों के बारे में बताया. इस मुलाकात से पहले मेरी ट्रेवेलियन ने कहा, 2050 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, जिसमें लगभग 2500 लाख दुकानदार होंगे. हम अपने महान ब्रिटिश उत्पादकों और निर्माताओं के लिए खाद्य और पेय से लेकर सेवाओं और ऑटोमोटिव तक कई उद्योगों में इस विशाल नए बाजार को खोलना चाहते हैं.
शुल्क हटाने की मांग
डीआईटी के अनुमानों के अनुसार, अकेले शुल्क हटाने से भारत में यूके के निर्यात में 6.8 बिलियन जीबीपी तक की वृद्धि होगी, स्कॉच व्हिस्की और कारों पर वर्तमान में क्रमशः 150 प्रतिशत और 125 प्रतिशत के भारी शुल्क का सामना करना पड़ रहा है. भारत ने भी ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन के साथ नई व्यापार रणनीति बनाई है. ब्रिटेन भारत की 2 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था और 1.40 अरब ग्राहकों के बड़े बाजार के साथ व्यापार बाधाएं दूर करना चाहता है.