लॉकडाउन में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बना ऑटो कंपनियों का सहारा, जानें कैसे कितनी हो रही बिक्री
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बना ऑटो कंपनियों का सहारा
कोरोना वायरस महामारी के बीच देश की प्रमुख वाहन कंपनियां बिक्री बढ़ाने के काम में डिजिटलीकरण का सहारा ले रही हैं. उन्होंने ये कदम ऐसे समय उठाये हैं जब वाहन खरीदने को इच्छुक ग्राहक शोरूम जाने से झिझक रहे हैं.
महामारी के साथ 'लॉकडाउन' और कर्फ्यू अब एक नया चलन बन गया है. इस बात को समझते हुए मारुति सुजुकी, हुंडई, होंडा, किआ, टोयोटा, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मर्सिडीज बेंज जैसी कार बनाने वाली कंपनियों ने नये उत्साह के साथ बिक्री को लेकर डिजिटलीकरण को अपनाया है.
मारुति सुजुकी ने गूगल और फेसबुक से की साझेदारी
मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ''आगे का रास्ता डिजिटलीकरण ही है. इस अभूतपूर्व समय को देखते हुए, हमने अपनी बिक्री के लिए डीलरशिप स्तर पर मिला जुला 'फिजिटल' रुख को अपनाया है. कार खरीद से संबद्ध 26 चीजों में से 24 को डिजिटल रूप दिया है. इसमें सिर्फ टेस्ट ड्राइव और डिलिवरी शामिल नहीं है.''
उन्होंने कहा कि कुल पूछताछ में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी डिजिटल की है. श्रीवास्तव के अनुसार कंपनी के कार खरीद प्रक्रिया में मदद के लिए पूछताछ से लेकर बुकिंग तक देश भर में 1,000 से अधिक डिजिटल टच-प्वाइंट हैं.'' देश की सबसे बड़ी कार कंपनी ने डीलरशिप के स्तर पर डिजिटल विशेषज्ञता लाने के मकसद से गूगल और फेसबुक जैसी प्रमुख ऑनलाइन मंचों के साथ भागीदारी की है.
महिन्द्रा ने डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद से बढ़ाई सेल
महिंद्र एंड महिंद्रा के सीईओ (वाहन इकाई) विजय नाकरा ने कहा कि कंपनी मासिक आधार पर डिजिटल मंच के जरिये उल्लेखनीय वृद्धि देख रही है. उन्होंने कहा, ''अभी आज जहां हम हैं, उसको देखते हुए कहा जा सकता है कि पूरी उपभोक्ता से जुड़ी चीजें महत्वपूर्ण रूप से डिजिटल दुनिया में स्थानांतरित होने वाली है. डीलरशिप एक अभिन्न भूमिका निभाते रहेंगे, लेकिन वे जिस तरह की भूमिका निभाएंगे, वह बदल जाएगी.''
टाटा मोटर्स को डिजिटल प्लेटफॉर्म से मिल रहे हैं 40% ग्राहक
टाटा मोटर्स (यात्री वाहन व्यापार इकाई) के विपणन प्रमुख विवेक श्रीवास्तव ने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर ने ग्राहकों के खरीद और बिक्री प्रतिरूप में काफी बदलाव लाया है. उन्होंने कहा, ''हमने, टाटा मोटर्स में, पिछले साल के राष्ट्रीय लॉकडाउन के बाद से कई डिजिटल पहल की शुरुआत की है. हमने संपर्क रहित बिक्री को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए अपना ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म 'क्लिक टू ड्राइव' पेश किया. हमें पिछले साल इसको लेकर अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिली मिली. इसमें खासकर लॉकडाउन के दौरान लोगों ने रूचि दिखायी और खरीदारी में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई.'' उन्होंने कहा कि फिलहाल 40 प्रतिशत ग्राहक कंपनी के पास डिजिटल माध्यम से आ रहे हैं. यह पिछले साल काफी अधिक है.
किआ और हुंडई ने भी डिजिटल प्लेटफॉर्म को दिया बढ़ावा
दक्षिण कोरिया की किआ और हुंडई ने भी मौजूदा हालात को देखते हुए डिजिटलीकरण को बढ़ावा दिया है. किआ इंडिया के कार्यकारी निदेशक और मुख्य बिक्री एवं व्यापार रणनीति अधिकारी तेए जिन पार्क ने कहा, ''किआ में ऑनलाइन बिक्री और हमारे नए जमाने के ग्राहकों के साथ डिजिटल रूप से जुड़े रहना एक प्राथमिकता रही है. मौजूदा महामारी को देखते हुए सभी श्रेणियों में ऑनलाइन बिक्री को तेजी से बढ़ावा दिया गया है….''. उन्होंने कहा कि कंपनी की डीलरों की टीम संभावित ग्राहकों से लगातर संपर्क में रहती है ताकि उन्हें खरीद के हर स्तर पर जरूरी मदद उपलब्ध करायी जा सके.
हुंदै मोटर इंडिया के सहायक उपाध्यक्ष (नई कारोबार रणनीति) ब्रजेश गुब्बी ने कहा कि कंपनी एक बदलाव देख रही है. इसमें बिक्री को लेकर उन्नत डिजिटल तरीके खरीदारों के बीच पैठ जमा रहे हैं. ग्राहक अब ऑटोमोबाइल जैसे उच्च मूल्य वाले उत्पादों की खरीद को लेकर सुविधा को तरजीह दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्राहकों के रुख में इसी बदलाव को देखते हुए पिछले साल जनवरी में 'क्लिक टू बाई' पहल शुरू की गयी. इसका मकसद हुंडई कार की ऑनलाइन खरीद को सुगम बनाना है.
जापान की होंडा और टोयोटा तथा जर्मनी की कार कंपनी मर्सिडीज बेंज भी ग्राहकों की सुविधा के लिए डिजिटल पहल को तेजी से बढ़ावा दे रही है और ग्राहकों के लिए खरीद को सुगम बनाया है.