Ashok Leyland ने इंडियन एयर फोर्स को दी लाइट बुलेटप्रूफ गाड़ियां, एक ब्लास्ट तक को भी सह सकती है गाड़ी
अशोक Leyland भारतीय फौज को सबसे ज्यादा लॉजिस्टिक्स गाड़ियों की सप्लाई करता है
अशोक Leyland भारतीय फौज को सबसे ज्यादा लॉजिस्टिक्स गाड़ियों की सप्लाई करता है. ऐसे में अब इसने लाइट बुलेटप्रूफ गाड़ियों के पहले बैच को इंडियन एयर फोर्स को डिलीवर कर दिया है. हिंदुजा ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी ने एक बयान में कहा कि, ये लाइट बुलेटप्रूफ गाड़ियां अपने आप में बेहद अलग हैं. कंपनी का कहना है कि ये लाइट बुलेटप्रूफ गाड़ियां Lockheed मार्टिन्स की कॉमन गाड़ियों के नेक्सट जनरेशन का एडॉप्टेड वर्जन है.
इन गाड़ियों को TOT के तहत बनाया जाता है जिसमें लॉकहीड मार्टिन से लेकर अशोक Leyland तक शामिल हैं. अशोक Leyland के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सोंधी ने कहा कि, भारतीय फौज को ये गाड़ियां सप्लाई करना हमारे लिए गर्व की बात है. हमें काफी खुशी महसूस हो रही है कि इन गाड़ियों की मदद से हम अपने देश की सेवा कर रहे हैं. LBPV हमारी टीम कॉम्बिनेशन और मजबूत समझ की झलत दिखाती है.
आत्मनिर्भर भारत अभियान पर पूरा फोकस
उन्होंने आगे कहा कि, भारतीय सशस्त्र बलों के लिए हम एक भरोसेमंद पार्टनर हैं और हम भविष्य में भी ऐसे मौकों की उम्मीद कर रहे हैं जिससे हम आत्मनिर्भर भारत अभियान में अपना योगदान दे सकें. इन गाड़ियों के कुछ अहम फीचर्स की अगर बात करें तो ये लाइट बुलेटप्रूफ गाड़ियां पहाड़ी इलाकों में काफी दमदार प्रदर्शन करते हैं. वहीं उस दौरान इनकी ऊंचाई भी ज्यादा होती है. ये रेत, कीचड़, पहाड़ में कहीं भी चल सकते हैं.
इस गाड़ी में कुल 6 लोग बैठ सकते हैं तो वहीं एक फौजी मिशन के लिए इसमें लड़ाई के हथियार भी ले जाए जा सकते हैं. Ashok Leyland के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर नितिन सेठ ने कहा कि, हमारी मोबिलिटी सॉल्यूशन रेंज 4×4 से 12×12 तक है. ये डिफेंस पर्सनल और लॉजिस्टिक्स के लिए हैं.
ब्लास्ट के दौरान गाड़ी और जवान दोनों रहेंगे सुरक्षित
ऑफिसर ने आगे कहा कि, Lockheed मार्टिन के साथ हमारा रिश्ता साल 2014 CNVG प्रोग्राम और TOT ट्रांसफिर के दौरान शुरू हुआ था. हमें उम्मीद है कि हम भारत के लिए और भी प्रोडक्ट्स बनाएंगे और ठीक इसे प्लेटफॉर्म पर हमें इसे निर्यात भी करेंगे. कंपनी का कहना है कि, इन गाड़ियों की सबसे खास बात ये है कि, इन्हें आप किसी भी जंग में लेकर जा सकते हैं और एक ब्लास्ट के दौरान इस गाड़ी के साथ अंदर बैठे जवानों को कुछ नहीं होगा. वहीं इस गाड़ी के अंदर बैठे जवान बिना किसी दिक्कत के लंबी दूरी का ऑफ रोड सफर कर सकते हैं.