एपल का बड़ा फैसला : कंपनी अब खुद डेवलप करेगी अपनी कार, बैटरी होगी खास
एपल कार को कब से बनाने और इसे लॉन्च की जाने की बात कही जा रही है. इस बीच कंपनी का कई ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ भी नाम जुड़ा लेकिन अब कंपनी ने बड़ा फैसला सुना दिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कूपर्टीनो स्थित टेक दिग्गज एपल कथित तौर पर किसी अन्य वाहन निर्माता की सहायता के बिना अपने इलेक्ट्रिक वाहन को अकेले विकसित कर रहा है. माईल इकोनॉमिक डेली (मैकरूमर्स के माध्यम से) के अनुसार, आईफोन निर्माता वर्तमान में फाइनल पार्ट सप्लायर्स का चयन कर रहा है इससे पहले, तकनीकी दिग्गज ने जॉइंट डेवलपमेंट और कॉन्ट्रैक्ट प्रोडक्शन समझौतों का पता लगाने के लिए बीएमडब्ल्यू, हुंडई, निसान और टोयोटा से संपर्क किया था.
एपल अब वैश्विक ऑटोमोबाइल पार्ट निर्माताओं को सूचना के लिए अनुरोध (आरएफआई), प्रस्ताव के लिए अनुरोध (आरएफपी) और कोटेशन के लिए अनुरोध (आरएफक्यू) भेजने की प्रक्रिया से गुजर चुका है. एपल ने हाल ही में दो पूर्व मर्सिडीज इंजीनियरों को वाहनों के बड़े पैमाने पर उत्पादन, स्टीयरिंग, डायनेमिक्स, सॉफ्टवेयर और परियोजना प्रबंधन में अनुभव के साथ काम पर रखा है.
ये इंजीनियर अब एपल के स्पेशल प्रोजेक्ट्स ग्रुप में उत्पाद डिजाइन इंजीनियर के रूप में काम कर रहे हैं, जिसे 'एपल कार' के लिए काम पर रखा गया है. विश्वसनीय एपल विश्लेषक मिंग-ची कुओ ने पहले दावा किया था कि एपल कार की लॉन्चिंग 2025-2027 तक होने की संभावना नहीं है.
एक शोध नोट में, कुओ ने कहा कि एपल कार स्पेसिफिकेशन को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है. यह कहते हुए कि अगर वाहन के लॉन्च की समय सीमा को 2028 या उसके बाद भी आगे बढ़ाया जाए तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा. इसके अलावा, एपल के इलेक्ट्रिक कार प्रोजेक्ट के वर्तमान प्रमुख डौग फील्ड फोर्ड के लिए कंपनी छोड़ रहे हैं. फोर्ड ने फील्ड को कंपनी के मुख्य उन्नत प्रौद्योगिकी और एम्बेडेड सिस्टम अधिकारी के रूप में नामित किया.
कार की बैटरी होगी खास
एपल की ये कार बैटरी वाली कार होगी जहां एपल इस बैटरी को दमदार बनाने की कोशिश में है. कार बैटरी के लिए एपल मोनो सेल का इस्तेमाल करेगा. डिजाइन के लिए शानदार मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाएगा. इस बैटरी की खास बात ये होगी कि ये आपको बड़ी रेंज के लिए भी सपोर्ट करेगी. एपल के सूत्रों से पता चला है कि ये एक नेक्स्ट लेवल बैटरी होगी.
एपल इसके लिए Lidar सेंसर्स का इस्तेमाल करेगा जिससे आपको सड़क का 3D व्यू मिलेगा. साल 2017 में एपल सीईओ टिम कुक ने एपल के ऑटोनमस ड्राइविंग सॉफ्टवेयर के बारे में बात की थी. ये एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसे मदर ऑफ ऑल AI प्रोजेक्ट्स कहा जा रहा है.