नई दिल्ली। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा है कि मिड और स्मॉल कैप में करेक्शन चल रहा है और यह आगे भी जारी रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि बेहतर आर्थिक आंकड़ों के दम पर बैंकिंग शेयरों ने शुरुआती कमजोरी को पलट कर अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि आईटी और फार्मा क्षेत्रों में कमजोरी बनी रही, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था से अधिक निकटता से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका से पीएमआई और पेरोल डेटा जारी होने के साथ-साथ चीन से मुद्रास्फीति के आंकड़े बाजार की गतिशीलता को प्रभावित कर सकते हैं। आर्थिक आंकड़े जारी होने के साथ निवेशक सतर्क हैं। हालांकि, पिछले सत्र में सूचकांकों में तेजी आई, जो भारतीय जीडीपी के शानदार आंकड़ों और भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन से प्रेरित थी, क्योंकि उत्पादन और नए ऑर्डर में तेजी आई है।
उन्होंने कहा कि मजबूत आर्थिक आंकड़ों से भारतीय अर्थव्यवस्था में भरोसा बढ़ा है, लेकिन उच्च तरलता तथा मुद्रास्फीति की चिंताओं के बीच रिजर्व बैंक के नीतिगत फैसलों को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं। अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने के बाद अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट आई है, जिससे इक्विटी बाजार को भी समर्थन मिला है।