रूस-यूक्रेन में जंग के बीच कच्चे तेल में उबाल से महंगाई बढ़ने की आशंका

कमजोर ग्लोबल संकेतों से बुधवार को घरेलू शेयर बाजार (Stock Market) की शुरुआत गिरावट के साथ हुई

Update: 2022-03-02 07:54 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  कमजोर ग्लोबल संकेतों से बुधवार को घरेलू शेयर बाजार (Stock Market) की शुरुआत गिरावट के साथ हुई. यूक्रेन पर रूस (Russia Ukraine Crisis) के बढ़ते हमले से दुनियाभर के बाजारों समेत एशियाई बाजारों में बिकवाली नजर आ रही है. आज एशियाई बाजारों में गिरावट का असर घरेलू बाजार पर दिखा. कमजोर शुरुआत के बाद सेंसेक्स (Sensex) 900 अंकों से ज्यादा टूट गया. वहीं निफ्टी (Nifty) 16600के नीचे फिसल गया. शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, ऑटो, फार्मा शेयरों में तेज बिकवाली दिख रही है. शेयर बाजार में गिरावट से निवेशकों की दौलत 1 लाख करोड़ रुपये घट गई है.

हैवीवेट एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, एशियन पेंट्स, इंफोसिस, बजाज फाइनेंस में गिरावट से बाजार पर दबाव है. हालांकि टाटा स्टील, एमएंडएम, रिलायंस इंडस्ट्रीज और पावरग्रिड में तेजी नजर आ रही है.
110 डॉलर के पास पहुंच कच्चा तेल
रूस-यूक्रेन में जंग के बीच कच्चे तेल में उबाल से महंगाई बढ़ने की आशंका बढ़ गई है. आज क्रूड आज इंटरनेशनल मार्केट में 4.67 फीसदी बढ़कर 109.87 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. डब्ल्यूटीआई क्रूड का भाव 4.84 फीसदी चढ़कर 108.41 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. यह 7.5 साल का हाई है.
मिडकैप शेयरों तेज बिकवाली, स्मॉलकैप बढ़ा
लार्जकैप शेयरों के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी तेजी बिकवाली दिख रही है. बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.30 फीसदी टूट गया है. हालांकि बीएसई स्म़ॉलकैप इंडेक्स 0.20 फीसदी बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है.
निवेशकों के डूबे 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा
शेयर बाजार में कमजोरी से बुधवार को निवेशकों को तगड़ा झटका लगा है. उनकी दौलत 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा घट गई. सोमवार को बीएसई लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 2,52,39,045.09 करोड़ रुपये था, जो आज 1,07,172.82 करोड़ रुपये घटकर 2,51,31,872.27 करोड़ रुपये पर आ गया.
जनवरी में पी-नोट्स के जरिये निवेश में गिरावट
भारतीय पूंजी बाजार में पार्टिसिपेट्री नोट्स (Participatory notes) के जरिये किया जाने वाला निवेश जनवरी के अंत में घटकर 87,989 करोड़ रुपये रह गया. जनवरी के पूरे महीने में ओमीक्रॉन और फेडरल रिजर्व के द्वारा सख्त कदम उठाये जाने की आशंका का असर दिखा है. वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि यूक्रेन संकट (Russia Ukraine Crisis) की वजह से विदेशी निवेशकों का नकारात्मक रुख आगे भी बना रहेगा. और पी-नोट्स के जरिये निवेश में गिरावट बनी रह सकती है.
रिजर्व बैंक ने इन तीन सहकारी बैंकों पर लगाया जुर्माना
भारतीय रिजर्व बैंक ने छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित समेत तीन सहकारी बैंकों पर जुर्माना लगाया है. नियामक अनुपालन में खामियों को लेकर इन बैंकों पर जुर्माना लगाया गया है. केंद्रीय बैंक ने कर्ज देने से जुड़े नियमों, वैधानिक/अन्य प्रतिबंध तथा अपने ग्राहक को जानें नियमों के उल्लंघन को लेकर नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित पर 4.50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है. इसके अलावा, रिजर्व बैंक ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित पर भी एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है.


Tags:    

Similar News

-->