क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान करने से फायदा या नुकसान,जानिए ये सुविधा
क्रेडिट कार्ड आज के समय में न्यू नॉर्मल हो चुका है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: क्रेडिट कार्ड आज के समय में न्यू नॉर्मल हो चुका है। कोरोना काल में लोगों ने खूब डिजिटल ट्रांजेक्शन कीं और इसी बीच बहुत सारे प्रोवाइडर्स क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान करने की सुविधाएं भी देने लगे। क्रेडिट कार्ड से रेंट देने की सुविधा की शुरुआत रेडजिर्राफ नाम की एक फाइनेंस वेबसाइट ने की थी, लेकिन अब बहुत सारी कंपनियां ये सुविधा देने लगी हैं। ऐसे में एक सवाल जो सबके मन में आता है कि आखिर क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान करना चाहिए या नहीं? इसके क्या फायदे हैं और क्या नुकसान हैं? आइए जानते हैं।
पहले बात फायदों की
क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान करने पर आपको कई लेवल पर रिवॉर्ड मिलते हैं, जैसे रेगुलर रिवॉर्ड, माइलस्टोन रिवॉर्ड और टारगेट स्पेंड रिवॉर्ड।
अगर आप क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान करते हैं तो आपको करीब 45 दिन तक का इंट्रेस्ट फ्री टाइम मिलेगा। यानी इतने दिन तक आप अपने पैसों पर ब्याज कमाएंगे।
अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर कोई सालाना फीस पड़ती है और वह एक निश्चित सीमा तक खर्च करने के बाद रिफंड हो जाती है तो क्रेडिट कार्ड से रेंट देने पर आप अपना वो टारगेट भी आसानी से पूरा कर सकेंगे।
कई बार आपको क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान देने पर कैशबैक भी मिलता है।
जानिए क्या होगा नुकसान?
अगर आप क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान करते हैं तो आपको कुछ अतिरिक्त चार्ज भी देना होता है। ये चार्ज 2 फीसदी तक हो सकता है। यानी अगर आपने 10 हजार रुपये का किराया क्रेडिट कार्ड से चुकाया तो आपको 200 रुपये तक का अतिरिक्त चार्ज देना पड़ सकता है, जबकि अगर आप कैश में भुगतान करें या ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करें तो आपको कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना पड़ता है।
रेडजिर्राफ पर क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान करने पर आपको 0.39 फीसदी+जीएसटी का चार्ज देना पड़ता है।
नोब्रोकर पर आपको अलग-अलग स्थिति में 1-2 फीसदी तक का अतिरिक्त चार्ज देना होता है।
हाउसिंग के जरिए रेंट देने पर आप पर करीब 1.3 फीसदी का चार्ज लगता है।
क्रेड से रेंट का भुगतान करने पर 1.5 फीसदी तक का अतिरिक्त चार्ज लगता है।
अब पेटीएम भी क्रेडिट कार्ड से रेंट देने की सुविधा दे रहा है। अभी शुरुआत है तो वह कैशबैक ऑफर दे रहा है।