दिल्ली: अरबपति गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले अडाणी समूह की बंदरगाह कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड(एपीएसईजेड) ने सोमवार को बताया कि राष्ट्रीय कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) अहदाबाद और एनसीएलटी हैदराबाद से उसे आंध्र प्रदेश के गंगावरम बंदरगाह लिमिटेड(जीपीएल) की 58.1 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने की मंजूरी मिल गयी है। कंपनी ने कहा है कि इसके साथ जीपीएल एपीएसईजेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी बन जाएगी। एपीएसईजेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं पूर्णकालिक निदेशक करन अडाणी ने एक बयान में कहा कि यह अधिग्रहण भारत की सबसे बड़ी परिवहन सुविधा कंपनी के रूप में हमारी स्थिति मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मुकाम है। इससे हमें पूर्वी और पश्चिमी तट पर बराबरी के साथ काम करने की स्थिति हासिल होगी।
गंगावरम बंदरगाह पर एपीएसईजेड द्वारा विश्व-स्तरीय लॉजिस्टिक्स सुविधाएं किये जाने के साथ आंध्र प्रदेश में उस बंदरगाह से सालाना 25 करोड़ टन तक माल की ढुलाई की जा सकती है। पूर्वी तट पर इस बंदरगाह से कोयला लौह अयस्क, उर्वरक, चुना पत्थर, बॉक्साइट, चीनी, एल्यमिना, इस्पात आदि की ढुलाई होती है और इससे पूर्वी तट से लगे राज्यों और मध्य क्षेत्र के आठ से अधिक राज्यों को सुविधा होती है। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान गंगावरम से तीन करोड़ टन माल की ढुलाई हुयी थी जिससे 1,206 करोड़ रुपये की आय और 796 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ हुआ था। वर्तमान में इसकी स्थापित ढुलाई क्षमता 6.4 करोड़ टन है और यह 1800 एकड़ में फैला हुआ है। जीपीएल शुद्ध रूप से एक कर मुक्त कंपनी है।