नई दिल्ली: पेटीएम द्वारा मीडिया में आई उन खबरों पर स्पष्टीकरण दिए जाने के बाद कि अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी पेटीएम के संस्थापक विजय शंकर शर्मा के साथ पेटीएम में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रहे हैं, अडानी समूह ने भी स्पष्टीकरण दिया और इन खबरों को झूठा और असत्य बताया। अडानी समूह के प्रवक्ता ने एएनआई से कहा, "हम इस आधारहीन अटकलबाजी का स्पष्ट रूप से खंडन करते हैं। यह पूरी तरह से झूठ और असत्य है।" इससे पहले लोकप्रिय फिनटेक कंपनी पेटीएम ने इस रिपोर्ट को "अटकलबाजी" करार दिया था। पेटीएम ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि कंपनी इस संबंध में किसी भी चर्चा में शामिल नहीं है। फाइलिंग में कहा गया है, "...हम यह स्पष्ट करते हैं कि उपर्युक्त समाचार आइटम अटकलबाजी है और कंपनी इस संबंध में किसी भी चर्चा में शामिल नहीं है।"
"हमने हमेशा सेबी (लिस्टिंग ऑब्लिगेशन्स एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) रेगुलेशन, 2015 के तहत अपने दायित्वों के अनुपालन में खुलासे किए हैं और करते रहेंगे।" बुधवार की सुबह एक अख़बार ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से खबर दी कि अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस में हिस्सेदारी खरीदना चाहते हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने मंगलवार को अहमदाबाद में गौतम अडानी के दफ़्तर में उनसे मुलाकात की और "सौदे की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया"। अब दोनों कंपनियों ने इस खबर का खंडन किया है और इसे अटकलबाज़ी और झूठा बताया है। खबर के मुताबिक, शर्मा के पास वन 97 में करीब 19 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसकी कीमत मंगलवार को शेयर के 342 रुपये प्रति शेयर के बंद भाव के आधार पर 4,218 करोड़ रुपये है।