भगोड़ों के खिलाफ बड़ा एक्शन: विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी की 9371 करोड़ की संपत्ति सरकारी बैंकों को ट्रांसफर

Update: 2021-06-23 07:08 GMT

नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धोखाधड़ी के आरोपी भगोड़े कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya), नीरव मोदी (Nirav Modi), मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) की 9,371 करोड़ रुपये की संपत्ति सरकारी बैंकों को ट्रांसफर कर दी गई है. मिली जानकारी के अनुसार तीनों भगोड़े आरोपियों की संपत्ति से उनकी धोखाधड़ी के कारण हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी.

एक बयान में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि पीएमएलए के तहत विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के मामले में न केवल 18,170.02 करोड़ रुपये (बैंकों को हुए कुल नुकसान का 80.45%) की संपत्ति जब्त की, बल्कि 9371.17 करोड़ रुपये की कुर्की / जब्त संपत्ति का एक हिस्सा भी पीएसबी और केंद्र सरकार को ट्रांसफर कर दिया गया है.
ईडी ने कहा कि विजय माल्या और पीएनबी बैंक धोखाधड़ी मामलों में बैंकों की 40 फीसदी राशि पीएमएलए के तहत जब्त किए गए शेयरों की बिक्री के जरिए वसूली गई.
अभी कहां हैं विजय, नीरव औऱ मेहुल?
बता दें अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या ब्रिटेन से भारत प्रत्यर्पण के लिए वहां अदालती मामलों का सामना कर रहे हैं और जमानत पर बाहर हैं. साल 2019 में ब्रिटेन के तत्कालीन गृह सचिव ने उनके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी. जब ईडी और सीबीआई मामले की जांच कर रहे थे तभी माल्या 2 मार्च, 2016 को देश छोड़कर चले गया जिसके बाद बैंकों ने आरोपी के खिलाफ डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल्स का रुख किया. जनवरी 2019 में माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था
वहीं मेहुल चोकसी, नीरव मोदी, 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक से लोन लेने के धोखाधड़ी मामले में जनवरी 2018 में भारत से भाग गए. चोकसी फिलहाल डोमिनिका की जेल में बंद है जबकि मोदी ब्रिटेन की जेल में बंद है. अगर तीनों भगोड़े आरोपियों के घोटाले की कुल रकम जोड़ दें तो सरकारी बैंकों को लगभग 22,585.83 करोड़ का नुकसान हुआ है.

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