जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आधार कार्ड (Aadhaar Card) अब सिर्फ व्यस्कों और बुजुर्गों के लिए ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी काफी महत्वपूर्ण और जरूरी डॉक्यूमेंट बन गया है. स्कूल में एडमिशन कराना हो या फिर किसी सरकारी योजना का लाभ प्राप्त करना हो, ऐसे कई जरूरी कामों के लिए बच्चे का आधार (Baal Aadhaar) होना बहुत जरूरी है. अगर आपके बच्चे के पास आधार कार्ड नहीं है तो आपके बच्चे के कई जरूरी काम अटक सकते हैं. आधार की उपयोगिता और इसके फायदों को देखते हुए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने नवजात बच्चों के लिए भी आधार कार्ड जारी करना शुरू कर दिया है. इसका सीधा मतलब ये हुआ कि अब एक नवजात बच्चे को आईडी कार्ड बनवाने के लिए 18 साल तक का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, आधार के जरिए वह पैदा होते ही अपनी पहचान साबित कर सकता है कि वह कौन है, उसके पिता कौन हैं और उसके घर का पता क्या है?
सिर्फ व्यस्कों की ही नहीं, बच्चों की भी पहचान का प्रमाण है आधार
बच्चों के लिए आधार कार्ड क्यों जरूरी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आधार की बदौलत ही आज एक छोटे बच्चे के पास भी अपनी खुद की आइडेंटिटी होती है. यदि आधार को हटा दिया जाए तो आपके बच्चे को अपनी पहचान का प्रमाण साबित करने के लिए 18 साल का होने का इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि वोटर आईडी कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे डॉक्यूमेंट 18 साल की उम्र के बाद ही बनाए जाते हैं.
स्कूल आईडी कार्ड के जरिए बनवाया जा सकता है बच्चे का आधार
अगर आपका बच्चा स्कूल में पढ़ता है और अभी तक उसका आधार कार्ड नहीं बना है तो आप बच्चे की स्कूल आईडी का इस्तेमाल करके आधार कार्ड बनवा सकते हैं. हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपका बच्चा एक मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ता है और स्कूल द्वारा जो आईडी कार्ड जारी किया गया है, उसमें बच्चे की तस्वीर लगी हो. और अगर आपका बच्चा अभी स्कूल नहीं जाता है तो आप उसके जन्म प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर उसका आधार कार्ड बनवा सकते हैं.
आधार में सिर्फ एक बार ही अपडेट कराई जा सकती है डेट ऑफ बर्थ
बच्चे का आधार कार्ड बनवाते समय उसकी जन्म तिथि पर खास ध्यान रखना चाहिए. कई बार देखा जाता है कि बच्चों के आधार पर उसकी डेट ऑफ बर्थ गलत हो जाती है, जिसके बाद माता-पिता को बच्चे के आधार में जन्म तिथि को ठीक कराना पड़ता है. UIDAI के नियमों के मुताबिक आधार कार्ड में सिर्फ एक बार ही डेट ऑफ बर्थ को अपडेट या ठीक कराया जा सकता है. इसलिए, आप जब कभी भी अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने जाएं तो फॉर्म भरते समय और एनरॉलमेंट के समय उसकी डेट ऑफ बर्थ पर खास ध्यान रखें.