सुप्रीम कोर्ट ने दुनिया की सबसे महंगी 'क्रिप्‍टोकरेंसी' से हटाया बैन, एक Bitcoin की कीमत 10.36 लाख रुपये

भारत में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्‍टोकरेंसी (Crypto Currency) से बैन हटा दिया है

Update: 2020-11-05 05:14 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| भारत में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्‍टोकरेंसी (Crypto Currency) से बैन हटा दिया है. इसके बाद पूरे देशभर में Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी का फिर से लेन-देन शुरू हो गया है. इसी बीच इंटरनेशनल मार्केट में एक Bitcoin की कीमत 14000 डॉलर (करीब 10.36 लाख रुपये) के पार पहुंच गई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बीते छह महीने में ये करेंसी 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ गई है. वहीं, उनका मानना है कि इसमें तेजी का दौर अगले छह महीने तक जारी रहेगी. आपको बता दें कि आरबीआई द्वारा 2018 में क्रिप्‍टोकरेंसी पर लगाए गए प्रतिबंध को मार्च, 2020 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा हटा दिया गया था.

अब आसानी से खरीद सकते हैं घर बैठे कोई भी क्रिप्‍टोकरेंसी- इंडियन बैंक यूनाइटेड मल्‍टीस्‍टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी (Indian bank United Multistate Credit Co. Operative Society) ने अब क्रिप्‍टोकरेंसी और क्रिप्‍टोकरेंसी उत्‍पादों के साथ अपनी बैंकिंग सेवाओं के विस्‍तार की योजना बनाई है. इंडियन बैंक यूनाइटेड भारत में अपने ग्राहकों को ऑनलाइन क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग सर्विस उपलब्‍ध कराएगा.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स- CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले दिनों में Bitcoin नई ऊंचाइयों को छू सकता है. आपको बता दें कि एक बार Bitcoin 20 हजार डॉलर के पार पहुंच चुका है. लेकिन इसके बाद तेज गिरावट देखने को मिली. ऐसे में इसमें निवेश करते वक्त सावधान रहना चाहिए.

क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?-आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. इस करेंसी में कूटलेखन तकनीक का प्रयोग होता है. इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है, जिससे इसे हैक करना बहुत मुश्किल है. यही कारण है कि क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम होती है. क्रिप्टोकरेंसी का परिचालन केंद्रीय बैंक से स्वतंत्र होता है, जो कि इसकी सबसे बड़ी खामी है.

क्रिप्‍टो बैंकिंग सर्विस प्रदाता Cashaa के साथ गठजोड़ कर इंडियन बैंक यूनाइटेड ने UNICAS नाम से एक ज्‍वॉइंट वेंचर बनाया है, जो उत्‍तर भारत में बैंक की सभी 34 शाखाओं में ऑनलाइल क्रिप्‍टो बैंकिंग सर्विस और फि‍जिकल सर्विस दोनों उपलब्‍ध कराएगा. यूनाइटेड और काशा ने क्रिप्‍टोकरेंसी बैंकिंग सर्विस शुरू करने का फैसला ऐसे समय में किया है जब भारत में इसे लेकर नियम-कानून पूरी तरह से साफ नहीं है.

UNICAS इंडियन बैंक यूनाइटेड के अकाउंट होल्डर्स को अपने बैंक अकाउंट को सीधे क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के साथ इंटिग्रेट करने की सुविधा देगी. इससे कस्टमर सीधे अपने बैंक एकाउंट से कैश देकर बिटक्वाइन (Bitcoin- BTC), ईथर (Ether- ETH), रिप्पल (Ripple- XRP) और काशा (Cashaa- CAS) जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकेंगे.

इसके अलावा इंडियन बैंक यूनाइटेड के अकाउंट होल्डर्स क्रिप्टोकरेंसी के एवज में लोन भी ले सकेंगे. Cashaa के सीईओ कुमार गौरव ने कहा कि भारत मे क्रिप्टोकरेंसी का चलन बढ़ा है, इसी वजह से हमने इंडियन बैंक यूनाइटेड के साथ UNICAS शुरू करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि भारत में कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ने 200 प्रतिशत से 400 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है.

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